उत्तरकाशी: प्रदेश के विभिन्न राष्ट्रीय पार्कों में उच्च हिमालयी क्षेत्रों के सबसे दुर्लभ वन्य जीव स्नो लेपर्ड की गिनती प्रथम चरण में शुरू हो गई है. इसके तहत गोविन्द वन्य जीव विहार में भी स्नो लेपर्ड की गिनती के लिए तीन रेंज में टीमों ने रेकी की. वन विभाग टीम को गोविन्द वन्य जीव विहार में स्नो लेपर्ड होने के पुख्ता साक्ष्य के साथ पगमार्क मिले हैं. इस साल दूसरी बार वन्य जीव विहार क्षेत्र में स्नो लेपर्ड होने के साक्ष्य मिले हैं.
गोविन्द वन्य जीव विहार के उप निदेशक कोमल सिंह ने बताया कि स्नो लेपर्ड की गणना के तहत वन विभाग की टीमों ने रूपिन सहित सूपिन और सांकरी रेंज में रेकी की है. जिसके तहत विहार के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में स्नो लेपर्ड के मल और पगमार्क मिले हैं. मल की जांच के लिए भारतीय वन्य जीव संस्थान को भेज दिया गया है. साथ ही पगमार्क की फोटो को सरंक्षित किया गया है. कोमल सिंह ने बताया कि यह पहले चरण की गणना है. आगे कैमरे आदि लगाकर स्नो लेपर्ड की गणना की जाएगी.
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हालांकि, गोविन्द वन्य जीव विहार में अभी तक स्नो लेपर्ड देखने को नहीं मिले हैं. लेकिन इससे पूर्व इस वर्ष की शुरुआत में सूपिन रेंज में स्नो लेपर्ड के होने के साक्ष्य मल और पगमार्क से मिले थे. उप निदेशक कोमल सिंह ने बताया कि स्नो लेपर्ड के साक्ष्य मिलने से वन विभाग उत्साहित है. साथ ही स्नो लेपर्ड की गणना में भेड़ पालकों की मदद भी ली जाएगी. क्योंकि इससे पूर्व भेड़ पालकों ने स्नो लेपर्ड के होने की सूचना भी विभाग को दी है.