उत्तरकाशी: गंगोत्री हाई-वे पर चुंगी बड़ेथी के पास एनएआई्डीसीएल की ओर से चौड़ीकरण और पुल निर्माण का कार्य किया जा रहा है. जिसमें सुरक्षा मानकों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. इसके साथ ही निर्माण कार्य के आसपास किसी भी प्रकार के साइन बोर्ड तक की व्यवस्था नहीं की गई है. जिससे आने जाने वाले यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इससे पहले भी यहां कई बार पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण दुर्घटनाएं हो चुकी हैं. बावजूद इसके जिम्मेदार विभाग इस मामले में किसी तरह के कदम उठाने को तैयार नहीं है.
एनएआई्डीसीएल की ओर से भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी पिछले एक साल से गंगोत्री हाई-वे पर स्लाइड जोन के ट्रीटमेन्ट और सड़क चौड़ीकरण का काम कर रही है. जहां लगातार कंपनी के काम करने के तरीकों पर सवाल उठाये जा रहे हैं. कंपनी लगातार सुरक्षा मानकों को ताक पर रख कर काम कर रही है. इतना ही नहीं इसके साथ ही कार्यदायी संस्था के ट्रक और लोडर भी गंगोत्री हाई-वे पर फर्राटे से दौड़ रहे हैं. जो कि कभी भी किसी बड़ी दुर्घटना को अंजाम दे सकते हैं.
पढ़ें-पांच बच्चों के पिता के साथ युवती फरार, कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने किया बरामद
बता दें कि 7 मई से चारधाम यात्रा शुरू होने वाली है. बावजूद इसके चुंगी बड़ेथी हाई-वे को अभी तक ठीक नहीं किया गया है. उसके उपर से हाई-वे पर इस तरह से सुरक्षा मानकों को ताक पर रखकर काम करने से आवाजाही पर असर पड़ना लाजमि है. क्योंकि अभी तक चुंगी के पास वरुणा नदी पर पुल का निर्माण नहीं हो पाया है. उसके स्थान पर वैली ब्रिज के सहारे ही आवाजाही हो रही है.
पढ़े-पहाड़ी नौने ने लाई सात समंदर पार से दुल्हन, गढ़वाली रीति रिवाज से की शादी
इस मामले पर स्थानीय लोगों का कहना है कि सुबह के समय बच्चों को बड़ी परेशानियां होती हैं. ऊपर से कब बोल्डर गिर जाए कोई नहीं जानता. स्थानीय लोगों का कहना है कि कार्यदायी संस्था के लोडिंग ट्रकों की आवाजाही का भी कोई समय निश्चित नहीं है. साथ ही निर्माण क्षेत्र में किसी प्रकार के साइन बोर्ड न होने के कारण रात में चुंगी बड़ेथी के पास आवाजाही करना सबसे ज्यादा मुश्किल साबित हो रहा है, जो कि कभी भी किसी भी बड़े हादसे को न्योता दे सकता है.