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ऑल वेदर रोड निर्माण कार्यों का टीम ने किया निरीक्षण, सुप्रीम कोर्ट को सौंपेगी रिपोर्ट

सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित हाई पावर टीम ने कहा कि जहां पर ईको सेंसटिव जोन के नियमों उल्लंघन करते हुए कार्य किए जाएंगे, उसे सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान में अवश्य लाया जाएगा.

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इको सेंसिटिव जोन के अंतर्गत होंगे सड़क निर्माण
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Published : Dec 22, 2019, 9:56 AM IST

Updated : Dec 22, 2019, 10:16 AM IST

उत्तरकाशी: सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गठित नौ सदस्यीय मॉनिटरिंग कमेटी ने उत्तराखंड पहुंचकर ऑल वेदर रोड कार्यों का जायजा लिया. जिसके बाद यह कमेटी यहां निरीक्षण कर देखेगी कि इस परियोजना के तहत के जो कार्य किये जा रहे हैं वह ईको सेंसटिव जोन के ध्यान में रखते हुए हो रहे है या नहीं.

वहीं, इस मौके पर मीडिया से मुखातिब होते हुए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित नौ सदस्यीय टीम लीडर प्रो. रवि चोपड़ा ने कहा कि जिले में ऑल वेदर रोड कार्य सभी गाइडलाइन के अंतर्गत हो रहे हैं. जहां पर ईको सेंसटिव जोन के नियमों उल्लंघन करते हुए कार्य किए जाएंगे, उसे सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान में अवश्य लाया जाएगा.

ऑल वेदर रोड निर्माण कार्यों का टीम ने किया निरीक्षण.

ये भी पढ़े: देश भर में बवाल, केरल में यूथ विंग की टॉर्च रैली, यूपी में 15 की मौत-705 गिरफ्तार

इस निरीक्षण के बाद सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित मॉनिटरिंग टीम के समक्ष स्थानीय विधायक गोपाल रावत ने कुछ बिंदुओं पर अपना विरोध जताया है. विधायक का कहना है कि अगर ऑल वेदर रोड तिलोथ से हिना तक निकाली जाए, तो यह पर्यावरण के अनूकूल होगी. साथ ही इस सड़क से कई लोगों का रोजगार भी जुड़ा है.

बता दें इस मॉनिटरिंग टीम से सुक्की गांव के बाशिदों ने भी मुलाकात की थी और निरीक्षकों के समक्ष निर्माण कार्यों को लेकर अपनी आपत्ति जताई. इस मामले में विधायक गोपाल रावत ने कहा कि ग्रामीण की जो मांगें है उन्हें माना जाना चाहिए. क्योंकि यह पर्यावरण और जनता के हित में है.

वहीं इस सम्बंध में विधायक गोपाल रावत ने कुछ बिंदुओं पर विरोध प्रकट किया है. विधायक का कहना है कि अगर सड़क तिलोथ से हिना तक निकाली जाती है, तो पर्यावरण दृष्टिकोण से गलत है, सड़क से लोगों का रोजगार जुड़ा है. इसलिए सुक्की के ग्रामीणों की मांग भी मानी जानी चाहिए.

उत्तरकाशी: सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गठित नौ सदस्यीय मॉनिटरिंग कमेटी ने उत्तराखंड पहुंचकर ऑल वेदर रोड कार्यों का जायजा लिया. जिसके बाद यह कमेटी यहां निरीक्षण कर देखेगी कि इस परियोजना के तहत के जो कार्य किये जा रहे हैं वह ईको सेंसटिव जोन के ध्यान में रखते हुए हो रहे है या नहीं.

वहीं, इस मौके पर मीडिया से मुखातिब होते हुए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित नौ सदस्यीय टीम लीडर प्रो. रवि चोपड़ा ने कहा कि जिले में ऑल वेदर रोड कार्य सभी गाइडलाइन के अंतर्गत हो रहे हैं. जहां पर ईको सेंसटिव जोन के नियमों उल्लंघन करते हुए कार्य किए जाएंगे, उसे सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान में अवश्य लाया जाएगा.

ऑल वेदर रोड निर्माण कार्यों का टीम ने किया निरीक्षण.

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इस निरीक्षण के बाद सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित मॉनिटरिंग टीम के समक्ष स्थानीय विधायक गोपाल रावत ने कुछ बिंदुओं पर अपना विरोध जताया है. विधायक का कहना है कि अगर ऑल वेदर रोड तिलोथ से हिना तक निकाली जाए, तो यह पर्यावरण के अनूकूल होगी. साथ ही इस सड़क से कई लोगों का रोजगार भी जुड़ा है.

बता दें इस मॉनिटरिंग टीम से सुक्की गांव के बाशिदों ने भी मुलाकात की थी और निरीक्षकों के समक्ष निर्माण कार्यों को लेकर अपनी आपत्ति जताई. इस मामले में विधायक गोपाल रावत ने कहा कि ग्रामीण की जो मांगें है उन्हें माना जाना चाहिए. क्योंकि यह पर्यावरण और जनता के हित में है.

वहीं इस सम्बंध में विधायक गोपाल रावत ने कुछ बिंदुओं पर विरोध प्रकट किया है. विधायक का कहना है कि अगर सड़क तिलोथ से हिना तक निकाली जाती है, तो पर्यावरण दृष्टिकोण से गलत है, सड़क से लोगों का रोजगार जुड़ा है. इसलिए सुक्की के ग्रामीणों की मांग भी मानी जानी चाहिए.

Intro:उत्तरकाशी। सुप्रीम कोर्ट की और से गठित 9 सदस्यीय मोनेटरिंग कमेटी ने आल वेदर रोड के कार्यो का जायजा लिया। साथ ही कहा कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट के सख्त निर्देश हैं कि सड़क निर्माण के जो भी कार्य हो रहे हैं। वह ईको सेंसटिव जोन के अंतर्गत हों। साथ ही सुक्की के ग्रामीणों के मांग के अनुरूप मोनेटरिंग कमेटी ने सभी बिंदुओं को नोट कर लिया है। साथ ही इस सम्बंध में विधायक गोपाल रावत ने भी मोनेटरिंग कमेटी से मुलाकात की। Body:वीओ-1, शनिवार को सुप्रीम कोर्ट की 9 सदस्यीय टीम ने आल वेदर रोड के कार्यों का जायजा लेने के बाद प्रेस वार्ता की। जिसमें उन्होंने सभी बिंदुओं पर चर्चा की। टीम के लीडर प्रोफेसर रवि चोपड़ा ने कहा कि वह जो भी मोनेटरिंग कर रहे हैं। यह सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अंतर्गत हैं। साथ ही जहां पर ईको सेंसटिव जोन के नियमों के अनुसार आल वेदर में कार्य नहीं हो रहे होंगे। वहां पर नोट कर सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान में लाया जाएगा। बाईट- प्रोफेसर रवि चोपड़ा, टीम लीडर सुप्रीम कोर्ट मोनेटरिंग कमेटी। Conclusion:वीओ-2, वहीं इस सम्बंध में विधायक गोपाल रावत ने कुछ बिंदुओं पर विरोध प्रकट किया है। विधायक गोपाल रावत का कहना है कि अगर सड़क तिलोथ से हिना निकाली जाती है। तो यह पर्यावरण दृष्टिकोण से भी गलत है। साथ ही सड़क से लोगों का रोजगार जुड़ा है। इसलिए सुक्की के ग्रामीणों की मांग भी मानी जानी चाहिए। बाईट- गोपाल रावत,विधायक गंगोत्री।
Last Updated : Dec 22, 2019, 10:16 AM IST
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