उत्तरकाशी: सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गठित नौ सदस्यीय मॉनिटरिंग कमेटी ने उत्तराखंड पहुंचकर ऑल वेदर रोड कार्यों का जायजा लिया. जिसके बाद यह कमेटी यहां निरीक्षण कर देखेगी कि इस परियोजना के तहत के जो कार्य किये जा रहे हैं वह ईको सेंसटिव जोन के ध्यान में रखते हुए हो रहे है या नहीं.
वहीं, इस मौके पर मीडिया से मुखातिब होते हुए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित नौ सदस्यीय टीम लीडर प्रो. रवि चोपड़ा ने कहा कि जिले में ऑल वेदर रोड कार्य सभी गाइडलाइन के अंतर्गत हो रहे हैं. जहां पर ईको सेंसटिव जोन के नियमों उल्लंघन करते हुए कार्य किए जाएंगे, उसे सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान में अवश्य लाया जाएगा.
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इस निरीक्षण के बाद सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित मॉनिटरिंग टीम के समक्ष स्थानीय विधायक गोपाल रावत ने कुछ बिंदुओं पर अपना विरोध जताया है. विधायक का कहना है कि अगर ऑल वेदर रोड तिलोथ से हिना तक निकाली जाए, तो यह पर्यावरण के अनूकूल होगी. साथ ही इस सड़क से कई लोगों का रोजगार भी जुड़ा है.
बता दें इस मॉनिटरिंग टीम से सुक्की गांव के बाशिदों ने भी मुलाकात की थी और निरीक्षकों के समक्ष निर्माण कार्यों को लेकर अपनी आपत्ति जताई. इस मामले में विधायक गोपाल रावत ने कहा कि ग्रामीण की जो मांगें है उन्हें माना जाना चाहिए. क्योंकि यह पर्यावरण और जनता के हित में है.
वहीं इस सम्बंध में विधायक गोपाल रावत ने कुछ बिंदुओं पर विरोध प्रकट किया है. विधायक का कहना है कि अगर सड़क तिलोथ से हिना तक निकाली जाती है, तो पर्यावरण दृष्टिकोण से गलत है, सड़क से लोगों का रोजगार जुड़ा है. इसलिए सुक्की के ग्रामीणों की मांग भी मानी जानी चाहिए.