उत्तरकाशी: रविवार को सावन महीने की शिवरात्रि मनाई जाएगी. वैसे तो हर महीने में शिवरात्रि आती है. लेकिन सावन और फाल्गुन के महीने में आने वाली शिवरात्रि का विशेष महत्व होता है. सावन के पूरे महीने में भगवान शिव की आराधना की जाती है और जब उस माह में शिवरात्रि आती है, तो इस तिथि का महत्व काफी बढ़ जाता है.
शिवरात्रि के मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय कांवड़िए जल भरने गंगोत्री धाम पहुंचे. इस दौरान बड़ी संख्या में कांवड़िए पैदल ही गंगोत्री धाम पहुंच जल भरा और अपने गंतव्य की तरफ बढ़ चले. वहीं, गंगोत्री आने वाले सभी स्थानीय कांवड़ियों की भटवाड़ी पुलिस चौकी सहित हर्षिल थाना और गंगोत्री धाम में रजिस्ट्रेशन चेक किया जा रहा है.
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बीते तीन-चार दिनों से टिहरी और उत्तरकाशी के कांवड़िए गंगोत्री धाम जल भरने पहुंच रहे हैं. उसके बाद पैदल ही शिवालयों की तरफ बढ़ रहे हैं. हालांकि गंगोत्री में कावंड़ियों को मां गंगा के भोग मूर्ति के दर्शन नहीं हो रहे हैं. इसलिए कांवड़िए मां गंगा के मंदिर के बाहर दर्शन-पूजन कर वापस अपने गंतव्य को रवाना हो रहे हैं. गंगोत्री धाम के सह सचिव राजेश सेमवाल ने बताया कि बीते वर्ष करीब 60 हजार की संख्या में कांवड़िए गंगोत्री धाम पहुंचे थे. लेकिन इस वर्ष मात्र स्थानीय निवासी जल लेने गंगोत्री पहुंच रहे हैं.