उत्तरकाशीः विगत 6 माह से उत्तरकाशी जिला पंचायत लगातार सुर्खियों में हैं. कुर्सी की लड़ाई में जिला पंचायत अध्यक्ष जसोदा राणा समेत जिला पंचायत उपाध्यक्ष प्रकाश रमोला और जिला पंचायत सदस्यों के बीच कई तरह की राजनीतिक उथल-पुथल देखने को मिली.
नगर पालिका चुनाव के दौरान दो जगहों पर निर्वाचन नियमावली में नाम होने के कारण जसोदा राणा को चुनाव के साथ जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी हाई कोर्ट के निर्देश पर गंवानी पड़ी थी.
उसके बाद एक माह पूर्व तीन सदस्यीय कमेटी जिला पंचायत में गठित की गई. बाद में प्रकाश रमोला अध्यक्ष बन गए तो अगले दिन फिर जसोदा राणा अध्यक्ष पद की दावेदारी के लिए हाई कोर्ट से आदेश ले आईं और दोबारा अध्यक्ष पद पर काबिज हुईं.
जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी दोबारा पाने के बाद जसोदा राणा ने etv bharat को फोन पर बताया कि उन्हें उच्च न्यायालय से न्याय मिला है. साथ ही कहा कि उन्होंने किसी प्रकार का गलत कार्य नहीं किया था. इसलिए सभी ने सच का साथ दिया है.
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दरअसल कुछ माह पूर्व हुए नगर पालिका चुनाव में भाजपा ने नगर पालिका बड़कोट में अध्यक्ष पद पर जिला पंचायत अध्यक्ष जसोदा राणा को प्रत्याशी बनाया था, लेकिन निर्वाचन नियमावली में उनका नाम दो जगह होने पर उनको कुर्सी और चुनाव से हाथ धोना पड़ा. जिसके बाद जिला पंचायत सदस्यों ने एक त्रिसदस्यीय कमेटी जिला पंचायत में गठित की थी.
वहीं इस उठापठक के बीच जिला पंचायत उपाध्यक्ष प्रकाश रमोला कोर्ट से अध्यक्ष पद पर अपनी ताजपोशी का आदेश ले आये. उनको अध्यक्ष बने 24 घंटे भी पूरे नहीं हुए थे कि शासन की ओर से जिला पंचायत अध्यक्ष जसोदा राणा की दोबारा ताजपोशी के आदेश जिलाधिकारी को पहुंच गए, जिस पर अब जसोदा राणा दोबारा जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर कार्यभार संभाल रही हैं.