उत्तरकाशी: धरासू-फूलचट्टी-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग-94 पर डाबरकोट के पास पहाड़ों से रुक-रुककर पत्थरों की बरसात हो रही है. इससे राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया है. डाबरकोट के पास पहाड़ी का स्लाइडिंग जोन पूरी तरह धूल से सफेद दिख रहा है. फिलहाल उक्त जगह पर यमुनोत्री हाईवे अवरुद्ध है. इस कारण स्थानीय लोग व तीर्थयात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है.
सोमवार देर रात जिले में भारी बारिश के बाद मंगलवार सुबह तेज धूपी खिली तो यमुनोत्री हाईवे-94 पर डाबरकोट के पास अचानक पहाड़ी से भूस्खलन होने लगा. सुबह 10 बजे करीब डाबरकोट पर भारी भूस्खलन से यमुनोत्री हाईवे बंद हो गया. लैंडस्लाइड जोन पर लगातार पत्थरों की बरसात हो रही है, जिस कारण हाईवे बाधित है. इससे स्थानीय लोग व तीर्थयात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. फिलहाल, एनएच कर्मी जेसीबी मशीन के जरिए हाईवे खोलने पर जुटे हुए हैं.
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बता दें कि यमुनोत्री हाईवे पर ओजरी डाबरकोट भूस्खलन जोन साल 2017 से सक्रिय है. उस दौरान भी भूस्खलन के कारण चारधाम यात्रा करीब 52 दिन तक बाधित रही. इसके चलते यमुनोत्री धाम आने वाले श्रद्धालुओं के साथ धाम से लगी गीठ पट्टी के 12 गांवों के ग्रामीणों को परेशानी उठानी पड़ी थी. 2018 में तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गंगनानी कुंड की जातर में यहां वैकल्पिक मार्ग बनाने की घोषणा की थी.
कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग बड़कोट ने वैकल्पिक मोटर मार्ग के लिए करीब 7 करोड़ की लागत का डीपीआर तैयार किया. इसके तहत यमुनोत्री हाईवे पर ओजरी डाबरकोट में ओजरी तिर्खली स्यानाचट्टी तक करीब ढाई किमी वैकल्पिक मोटर मार्ग का निर्माण होना था. इसके लिए सर्वे कर ओजरी तिर्खली गांव के ग्रामीणों को 64 लाख प्रतिकर स्वीकृत हुआ था, जिसमें 32 लाख का आवंटन हो चुका है. लेकिन 2018-19 में आधे-अधूरे काम के बाद से मोटर मार्ग का निर्माण अधर में लटका हुआ है.
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