उत्तरकाशी: भटवाड़ी विकासखंड के ज्ञानजा गांव के 5 किमी लम्बी सड़क एक माह से बन्द पड़ी हुई है. जिस कारण ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. शनिवार को ग्रामीण ने डीएम आशीष चौहान से सड़क खुलवाने की गुहार लगाई. वहीं, लोगों का कहना है कि उन्हें रोजमर्रा की वस्तुओं के लिए मीलों का सफर करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि पांच वर्ष पूर्व बनी 5 किमी सड़क पर डामरीकरण न होने के कारण सड़क बन्द पड़ी हुई है. उन्होंने चेतावनी दी कि इसके बाद भी स्थिति नहीं सुधरी,तो उन्हें स्वयं सड़क पर डामरीकरण करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा.
गौर हो कि क्षेत्र में बारिश के कारण सड़क दलदल में तब्दील में हो गई हैं. ऐसी स्थिति में अगर किसी आपातकालीन स्थिति में कोई वाहन उक्त सड़क पर आवाजाही कर रहा है तो दुर्घटना का खतरा बना हुआ है. एक माह से परेशानी झेल रहे ग्रामीण शनिवार को डीएम के पास पहुंचे. ग्रामीणों का कहना है कि अगर इसके बाद भी स्थिति नहीं सुधरी, तो उन्हें स्वयं सड़क का डामरीकरण करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा.
ग्राम प्रधान राजकुमारी पंवार का कहना है कि सड़क का डामरीकरण न होने के कारण हल्की सी बरसात में सड़क दलदल में तब्दील हो गई. एक माह से सड़क खुल नहीं पाई है. इस संदर्भ में कई बार संबंधित विभाग को भी अवगत करवाया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है. जिसके बाद उन्हें डीएम के पास सड़क के डामरीकरण की समस्या के समाधान की गुहार लगानी पड़ी.
पढ़ें-चंद्र ग्रहण के चलते 16 जुलाई को बंद रहेंगे बदरीनाथ धाम के कपाट
उन्होंने बताया कि सड़क बन्द होने के कारण ग्रामीणों को अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है. डीएम के पास पहुंचे ग्रामीणों ने कहा कि अगर सड़क का जल्द डामरीकरण नहीं किया गया तो उन्हें आगे आंदोलन के लिए भी बाध्य होना पड़ेगा. डीएम डॉक्टर आशीष चौहान का कहना है कि ज्ञानजा गांव के सड़क डामरीकरण की जानकारी पीएमजीएसवाई के अधिकारियों से ली गई है.
उनका कहना है कि सड़क वर्ल्ड बैंक को ट्रांसफर हो गई है. उन्होंने कहा कि सड़क डामरीकरण के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है. साथ ही ग्रामीणों की मांग पर वह स्वयं इस कार्य की मॉनिटरिंग करेंगे.