उत्तरकाशी: अपर यमुना वन प्रभाग की मुगरशंति रेंज के दारसौं गांव में बीती रात गुलदार एक गौशाला में घुस गया. गुलदार ने 14 बकरियों को मार डाला. गुलदार के हमले के बाद से 8 बकरियां लापता हैं. गुलदार ने दारसौं गांव से कुछ ही दूर स्थित एक गौशाला का दरवाजा तोड़ डाला.
गौशाला के अंदर घुसा गुलदार: गुलदार के अंदर घुसते ही बकरियां बाहर की ओर भागीं. गुलदार ने कुछ बकरियों को गौशाला के अंदर मार डाला. कुछ बकरियों को गौशाला से कुछ दूर झाड़ियों में निवाला बनाया. शुक्रवार को घटना की सूचना पाकर वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों के साथ खोज अभियान चलाया. खोजबीन के दौरान मरी हुई 14 बकरियां बरामद हो पाई हैं.
गुलदार ने 14 बकरियों को मार डाला: पीड़ित शांति प्रसाद थपलियाल का कहना है कि उनकी गौशाला में 70 बकरियां थी. इनमें से 14 बकरियां मरी हुई मिली हैं. जबकि 8 बकरियां लापता हैं. ग्राम प्रधान दारसौं पुष्पा उनियाल, सामाजिक कार्यकर्ता संजय थपलियाल ने विभाग को पत्र लिख कर मुआवजे की मांग की है. वन क्षेत्राधिकारी मुगरशंति रेंज शेखर राणा ने बताया कि घटना गुरुवार रात की है. विभागीय टीम मौके पर मौजूद है. अभी मरी हुई 14 बकरियां मिल पाई हैं. लापता 8 बकरियों की खोजबीन जारी है. रिपोर्ट मिलने के बाद ही मुआवजे की कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को लिखा जाएगा.
उत्तराखंड के हर जिले में बाघ और गुलदार का आतंक: बताते चलें कि उत्तराखंड में लगभग हर जिले में गुलदार और बाघों का आतंक है. पौड़ी जिले के आधा दर्जन से ज्यादा गांवों में बाघ के आतंक के कारण बच्चो के स्कूलों की छुट्टी तक कर दी गई थी. वहीं नैनीताल के गरमपानी इलाके में भी गुलदार के डर से स्कूल बंद कर ऑनलाइन पढ़ाई शुरू कर दी गई थी. अल्मोड़ा जिले के फयाटनोला गांव में तो जगदीश चंद्र नाम के युवक को गुलदार दिन दहाड़े शिकार कर कई किलोमीटर दूर तक घसीट ले गया था.
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