उत्तरकाशी: गंगोत्री हाईवे पर सोनगाड़ में भागीरथी नदी की ओर से लगातार कटाव हो रहा है. कटाव के चलते यहां हाईवे के साथ बाल कंडार मंदिर भी खतरे की जद में है. यह कटाव बंद पड़ी लोहारीनाग पाला परियोजना के अधूरे कार्य के कारण हो रहा है. ग्रामीणों ने यहां सुरक्षा उपाय के तहत आरसीसी वॉल लगाने की मांग की है. ग्रामीणों ने कहा यदि समय पर इस जगह का उपचार नहीं किया गया तो भविष्य में एक बड़ा खतरा पैदा हो सकता है.
जिला मुख्यालय से करीब 55 किमी दूर गंगोत्री हाईवे पर सोनगाड़ में भागीरथी नदी कटाव हो रहा है. पिछले साल से हो रहे इस कटाव के चलते सुरक्षा के लिए लगाए वायरक्रेट क्षतिग्रस्त हो गए हैं. गंगोत्री हाईवे पर भी खतरा मंडरा रहा है. कटाव वाली जगह से करीब 30 से 40 मीटर की दूरी पर स्थित प्राचीन बाल कंडार मंदिर भी खतरे की जद में है. यह कटाव बंद पड़ी लोहारीनाग पाला परियोजना के अधूरे कार्य के कारण हो रहा है. जहां अब कटाव तेज होने लगा है. जिसके चलते वह पर प्राचीन बाल कंडार मंदिर व गंगोत्री हाईवे को खतरा पैदा हो गया है. सुक्की प्रधान रेखा देवी, झाला प्रधान सुरजा देवी व मुखबा प्रधान शिवकला ने बताया प्राचीन बाल कंडार मंदिर उपला टकनौर पट्टी के आठ गांवों के ग्रामीणों की आस्था का केंद्र हैं. भागीरथी नदी की ओर से हो रहे कटाव के चलते जहां मंदिर को खतरा है. हाईवे पर भी खतरा मंडरा रहा है. उन्होंने बीआरओ से आरसीसी वॉल का निर्माण करने की मांग की है.
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हर्षिल ग्राम प्रधान दिनेश रावत ने बताय अगर समय से डबराणी के पास सुरक्षा दीवार नहीं लगाई तो सीमांत क्षेत्र उपला टकनौर, गंगोत्री और चीन सीमा से संपर्क कट सकता है. गंगोत्री हाईवे सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है. लोकिन डबराणी और सोनगाड़ के बीच लोहारीनाग पाला परियोजना के अधूरे कार्य के कारण हाईवे पर कटाव हो रहा है. हाईवे कभी भी अवरूद्ध हो सकता है. लोहारीनाग पाला परियोजना पर वर्ष 2009 में पर्यावरणीय कारणों से रोक लगाई थी. उस समय के अधूरे कार्य अब मुसीबत बनने लगे हैं. डबराणी और सुनगर के बीच बाल कंडार मंदिर के पास भारी कटाव हो रहा है. उन्होंने बीआरेओ से सुरक्षा को देखते हुए आरसीसी वॉल का निर्माण करने की मांग की.