उत्तरकाशी: विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम में गंगा दशहरा का पर्व हर्षोल्लास (Ganga Dussehra festival in Gangotri) के साथ मनाया गया. इस मौके पर्व पर गंगोत्री मंदिर समिति की ओर से राजा भगीरथ की मूर्ति को मां गंगा की डोली पर रखकर मंदिर परिसर से गंगा घाट तक झांकी निकाली गई. साथ ही स्नान करने के बाद गंगा तट पर त्रिशुक्त वैदिक मंत्रों, गंगा सहस्त्रनाम के साथ विधिवत रूप से मां गंगा की विशेष पूजा अर्चना, हवन एवं आरती की गई.
पौराणिक मान्यता है कि आज के ही दिन मां गंगा धरती पर अवतरित हुईं थीं. मां गंगा को धरती पर लाने के लिए राजा भगीरथ ने वर्षों तक कठोर तप किया था. गंगा दशहरा के दिन गंगोत्री धाम में राजा भगीरथ की मूर्ति का विशेष श्रृंगार किया. इस दौरान राजा भगीरथ की डोली को गंगा की पवित्र धारा के पास ले जाकर विशेष पूजा-अर्चना की गई.
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गंगा दशहरा के दिन स्नान का विशेष महत्व माना जाता है. मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से व्यक्ति को समस्त पापों से मुक्ति मिल जाती है. इस दौरान स्थानीय देव डोलियों सहित देश-विदेश से 25 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई.
गंगोत्री में यात्रियों की संख्याः गंगोत्री धाम में 3 मई से अभी तक 3,24,860 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. बुधवार की बात करें तो गंगोत्री में 9,008 तीर्थ यात्रियों ने मत्था टेका. इसके साथ ही 12 श्रद्धालुओं की मौत भी हो चुकी है.
चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन जरूरीः चारधाम यात्रा में बढ़ते श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए अब बिना रजिस्ट्रेशन (Chardham registration 2022) के यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को रोकने का आदेश जारी किया गया है. जिसके तहत अब यात्रा मार्गों पर बने चेक पोस्टों पर पुलिस यात्रियों का रजिस्ट्रेशन चेक कर रही है. वहीं, जिन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, उनको वापस भेजा जा रहा है. इस बेवसाइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in पर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं.