उत्तरकाशी: बीते दिनों शहर के एक व्यापारी के बेटे की गिरफ्तारी के दौरान जिला अस्पताल में हंगामा करने वाले लोगों पर छात्रसंघ के पूर्व पदाधिकारियों ने कड़ी कार्रवाई की मांग की है. पूर्व छात्रसंघ का आरोप है कि जब पूर्व में कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन करने वाले युवक पर एक ही दिन में मुकदमा और अन्य कार्रवाई हो सकती है. तो जिला अस्पताल में गिरफ्तारी के दौरान हंगामा करने वाले व्यापारी परिवार के लोगों पर कड़ी कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है.
बता दें कि बीते दिनों उत्तरकाशी के एक प्रतिष्ठित व्यापारी के बेटे विजय उप्पल पर एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था. जिसके बाद जब पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने अस्पताल पहुंची, तो वहां पर आरोपी के परिजनों ने जमकर हंगामा किया. जिसके बाद कोतवाली में भी जमकर हंगामा हुआ. वहीं, पुलिस ने व्यापारी परिवार पर सरकारी कार्यों में बाधा डालने और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था.
वहीं, उत्तरकाशी के छात्रसंघ के पूर्व पदाधिकारियों का कहना है कि उस हंगामे के समय व्यापारी परिवार केंटेनमेंट जोन में था और उसके बाद परिवार के दो लोग कोरोना पॉजिटिव भी थे, लेकिन उसके बावजूद भी वह सभी नियमों का उल्लंघन कर जिला अस्पताल में हंगामा करने पहुंचे.
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ऐसे में पूर्व छात्रसंघ पदाधिकारियों ने प्रभारी जिलाधिकारी सीडीओ को ज्ञापन सौंपकर आरोप लगाया है कि रसूख के चलते जिला अस्पताल में कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों पर कार्रवाई नहीं की जा रही है. जबकि कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन करने पर आम लोगों पर फौरन कार्रवाई हो जाती है.
पूर्व पदाधिकारियों ने कहा कि एक ही जनपद में कानून के दो मानकों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. पूर्व पदाधिकारियों का कहना है कि अगर प्रशासन और पुलिस कार्रवाई नहीं करती है, तो पूर्व छात्रसंघ पदाधिकारी उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.