उत्तरकाशी: गंगोत्री विधानसभा के पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण ने प्रदेश सरकार के साढ़े तीन साल के कार्यकाल पर सवाल खड़ा किए हैं. उन्होंने गंगोत्री विधायक और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस्तीफे की मांग की है. पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण ने गंगोत्री विधायक और सीएम को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जो मां गंगा को स्वच्छ नहीं रख सकते, उन्हें सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है. उन्होंने कहा कि प्रदेश और उत्तरकाशी की जनता अपने आप को ठगा हुआ सा महसूस कर रही है. कोरोना काल में आज प्रवासी बेरोजगार हो गए हैं. साथ ही पवित्र गंगोत्री धाम और उनके यात्रा रूटों पर आज भी लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं.
पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण ने स्थानीय विधायक गोपाल सिंह रावत पर आरोप लगाते हुए कहा कि आज वह अपनी नैतिक जिम्मेदारियों को भूल चुके हैं. उत्तरकाशी शहर में वाहनों के लिए कहीं पर पार्किंग नहीं है. वहीं आवागमन के लिए पुलों की स्थिति भी नहीं सुधर पाई है. सजवाण ने आगे कहा कि स्थानीय विधायक जनता के सामने केंद्र की योजनाओं को गिनाकर कह रहे हैं कि विकास हो रहा है. जबकि, आज धरातल पर कोई भी योजना नहीं दिखाई दे रही है. सजवाण ने कहा कि उत्तरकाशी नगर में कूड़े से महामारी का खतरा बढ़ गया है, लेकिन इसका समाधान नहीं किया जा रहा है.
विजयपाल सजवाण ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह और उनके मंत्री जिले का दौरा करते हैं, लेकिन किसी को गंगा की पीड़ा नहीं दिख रही है. आज मां गंगा अपने ही मायके में दूषित हो रही है. उधर, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर किये गए मुकदमों पर सजवाण ने कहा कि आज विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है. जबकि, विपक्ष इससे डरने वाला नहीं. बल्कि मजबूती के साथ जनता की आवाज को उठाया जाएगा.