उत्तरकाशी: सर्दियों में भी उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग स्थानीय लोगों के लिए मुसीबत लेकर आई है. उत्तरकाशी वन प्रभाग से लेकर यमुना वन प्रभाग तक जंगल जल रहे हैं. जिसकी वजह से लाखों की वन संपदा जलकर खाक हो गई है. जंगलों में लगी आग पर वन विभाग भी काबू नहीं कर पा रहा है.
बीते दो सप्ताह से उत्तरकाशी के जंगल अलग-अलग स्थानों पर लगातार जल रहे हैं. जिसकी वजह से आवासीय बस्तियों को भी खतरा मंडराने लगा है. गुरुवार को धनारी के डूंगाल गांव, दिलसौड़ ते जंगलों लगी आग से लाखों की वन संपदा को नुकसान पहुंचा है. वहीं, शुक्रवार को ज्ञानजा गांव के आसपास के जंगलों में आग लग गई. लेकिन, वन विभाग घटना से अनजान बना बैठा है. वहीं, दूसरी तरफ बड़कोट क्षेत्र के उपराड़ी सहित कन्सेरु आदि गांव के जंगलों में आग लगी है. जहां वन विभाग के कर्मचारी आग पर काबू पाने में जुटे हुए हैं.
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2019 में जल गया 2104 हेक्टेयर जंगल
आमतौर पर गर्मी के दिनों में पहाड़ी इलाकों का सूखे पत्तों और घासफूस में आग लग जाती है, जो देखते ही देखते बड़े-बड़े जंगलों को खाक में मिलाकर रख देती है. साल 2019 में उत्तराखंड के विभिन्न जंगलों में लगी आग से उत्तराखंड के दो हजार हेक्टेयर से ज्यादा जंगल राख में मिल गया था.