उत्तरकाशी: सीमांत जनपद उत्तरकाशी में एक चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है. जनपद के 6 ब्लॉक- भटवाड़ी, डुंडा, चिन्यालीसौड़, नौगांव, पुरोला और मोरी में बालिका प्रजनन दर बेहद कम है. इतना ही नहीं बल्कि कई स्थानों पर ये नहीं के बराबर है. प्रत्येक ब्लॉक के हर गांव की आशाओं की बीते 6 माह की रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है. रिपोर्ट सामने आने के बाद डीएम डॉ आशीष चौहान ने रेड जोन आशा नाम से एक अभियान शुरू किया है.
दरअसल, डीएम ने आशा कार्यकर्ताओं के साथ एक बैठक ली, जिसमें ये चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया. डीएम डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि स्वास्थ विभाग से प्रत्येक ब्लॉक के हर गांव के आशाओं की विगत 6 माह की रिपोर्ट मांगी गई थी, जिससे पता चला कि जनपद के 6 ब्लॉक भटवाड़ी, डुंडा, चिन्यालीसौड़, नौगांव, पुरोला और मोरी में बालिका प्रजनन दर बहुत कम है. इतना ही नहीं, कई स्थानों पर ये नगण्य है.
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एक गांव में बीते 6 माह में 11 बच्चों ने जन्म लिया है, जिनमें बात अगर बालिकाओं की करें तो 9 लड़कों पर मात्र 2 लड़कियां का ही जन्म हुआ है. साथ ही कई गांवों में पिछले 6 महीने में 5 बच्चों का जन्म हुआ है जिनमें एक भी लड़की नहीं है.
ये आंकड़ा देख जिलाधिकारी ने रेड जोन आशा नाम से एक अभियान शुरू किया है, जिसके तहत बालिका प्रजनन दर बढ़ाने के लिए अभियान चलाया जाएगा. प्रत्येक ब्लॉक में बालिका प्रजनन दर की हर 6 माह की रिपोर्ट ली जाएगी. साथ ही प्रजनन दर कम होने पर गांव की आशा पर कार्रवाई भी की जा सकती है.
मामले पर चिंता जताते हुए डीएम ने बताया कि रेड जोन आशा अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारी उन गांवों का निरीक्षण करेंगे जहां बालिका प्रजनन दर कम है. साथ ही अधिकारी हर 6 माह में इसकी एक रिपोर्ट विभागीय अधिकारी को देंगे. गांवों में बालिका प्रजनन दर बढ़ाने के लिए जन जागरुकता बढ़ाने के लिये अभियान भी चलाए जाएंगे.