उत्तरकाशी: हर्षिल घाटी (Uttarkashi Harshil Valley) के काश्तकार फसल बीमा (Uttarkashi Farmer Insurance) न मिलने के कारण नाराज हैं. घाटी के काश्तकारों (Uttarkashi Farmer) का कहना है कि हर वर्ष वह अपनी सेब सहित अन्य फसलों का बीमा करवाते हैं. लेकिन इस वर्ष बीमा करने के बाद भी बीमा की धनराशि काश्तकारों को नहीं मिल पाई है. उन्होंने कहा कि पूर्व में मौसम के कारण भी सेब की फसल को नुकसान हुआ है. वहीं अब बीमा न मिलने के कारण काश्तकारों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है.
हर्षिल घाटी के सेब काश्तकार काफी परेशान हैं. वहीं काश्तकारों ने बैठक कर समस्या पर मंथन किया.हर्षिल घाटी के काश्तकारों का कहना है कि वह हर वर्ष अपनी सेब की फसल का बीमा करवाते हैं. जिससे कि मौसम और अन्य वजह से सेब की फसल को होने वाले नुकसान की भरपाई हो सके. लेकिन इस वर्ष बीमा की धनराशि न मिलने के कारण काश्तकारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
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काश्तकारों का कहना है कि प्रदेश सरकार की बेरुखी के कारण आज उन्हें दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही उनका फसल बीमा नहीं मिलता है तो एक बार फिर ढोल-दमाऊ के साथ जिला मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन किया जाएगा. जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी.