उत्तरकाशी: कोरोना सक्रमण को देखते हुए केंद्र और प्रदेश सरकार की गाइडलाइन के अनुसार कई चीजों पर पाबंदियां शुरू कर दी गई हैं. तो वहीं, जिला प्रशासन की और से भी कोरोना के नियमों के उल्लंघन के लिए चालान की प्रक्रिया और सख्ती अपनाई जा रही है. शायद कोविड-19 के नियम आम व्यक्ति पर ही लागू होते हैं, राज्य सरकार के मंत्रियों पर नहीं. यही देखने को मिला जब बड़कोट में निजी दौरे पर पहुंचे शिक्षा अरविंद पांडे मीडिया को देख मास्क हाथ पर लेकर घूमते रहे, लेकिन कहीं पर पहना नहीं.
शनिवार को सूबे के शिक्षा मंत्री और पंचायती राज मंत्री अरविंद पांडे शनिवार दोपहर बड़कोट एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे. जहां पर शिक्षा मंत्री कोरोना के नियमों के पालन की जनता से अपील करते नजर आए. लेकिन स्वयं कोरोना के नियमों का उल्लंघन करते हुए नजर आए. मंत्री ने कार्यकर्ताओं से मुलाकात करते हुए मास्क हाथ में थामे रखा, लेकिन पहनने की जहमत नहीं उठाई.
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शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने कहा कि बढ़ते कोरोना सक्रमण को देखते हुए जिन शहरों में केस अधिक आ रहे हैं. वहां पर स्कूल बंद किये गए हैं. तो वहीं, अन्य जिलों में अगर स्थिति बिगड़ती है तो स्कूल बंद किए जा सकते हैं. लेकिन अभी स्थिति कंट्रोल में है. आगे सरकार सभी जिलों की समीक्षा लेकर निर्णय लिया जाएगा. निजी कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद शिक्षा मंत्री देहरादून के लिए रवाना हुए.