उत्तरकाशी: जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने दयारा बुग्याल (Dayara Bugyal) क्षेत्र में पर्यटन गतिविधि का जायजा लिया. साथ ही दयारा बुग्याल को जोड़ने वाले पैदल मार्ग का भी निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने रैथल और बार्सू गांव में होम स्टे की व्यवस्थाओं को भी देखा. जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों से अपील करते हुए कहा कि दयारा बुग्याल की सैर के दौरान पर्यटक बेस कैंप गांव रैथल, बार्सू और नटीण में होम स्टे का आनंद जरूर लें.
वहीं, दयारा बुग्याल का निरीक्षण कर लौटने पर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित (DM Mayur Dixit) ने कहा कि प्राकृतिक नैसर्गिकता से भरपूर प्रसिद्ध दयारा बुग्याल पर्यटन के मानचित्र पर विशेष स्थान रखता है. पर्यटन के क्षेत्र में दयारा बुग्याल को विकसित किए जाने के लिए बेहतर प्रयास किए जाएंगे. कहा कि जिलाधिकारी ने बीते शनिवार सुबह रैथल गांव से दयारा बुग्याल की ट्रेकिंग शुरू की और गोई होते हुए दयारा बुग्याल पहुंचे. दयारा बुग्याल की वादियों की सैर करते हुए वह बरनाला होते हुए बार्सू गांव में लौटे.
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि ट्रेक रूट जहां-जहां भूस्खलन से क्षतिग्रस्त है, वहां जिला योजना के जरिये मार्ग को सही कराया जाएगा. जिलाधिकारी ने वन क्षेत्राधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि दयारा बुग्याल को जोड़ने वाले बार्सू एवं रैथल के ट्रेक रूट पर स्वच्छता बनाए रखें. इसके लिए विभिन्न स्थानों पर साइन बोर्ड चस्पा करें.
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वहीं, दयारा बुग्याल के निकट बरनाला के पास हैदराबाद से आए प्रशिक्षु आईपीएस, आईएफएस, आईडीइएस व आईआरएस से मुलाकात की. साथ ही उन्हें जनपद उत्तरकाशी के प्रमुख पर्यटक ट्रैक रूटों की जानकारी दी. जिलाधिकारी ने सभी प्रशिक्षुओं से कहा कि प्रकृति का आनंद अवश्य लें व पर्यटक रूटों पर साफ-सफाई में अपनी सहभागिता भी बनाए रखें.