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वनाग्नि रोकने के लिए डीएम ने की बैठक, ग्रामीणों से की खास अपील

डीएम डॉ. आशीष चौहान ने गुरुवार को वनाग्नि की रोकथाम के लिए वन विभाग और आपदा विभाग के कर्मचारियों को ब्रीफ किया. साथ ही स्थानीय लोगों से वनों की आग रोकने में प्रशासन के साथ सहयोग करने की अपील की.

वनाग्नि की रोकथाम के लिए बैठक.
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Published : May 2, 2019, 8:20 PM IST

उत्तरकाशी: जिले के डीएम डॉ. आशीष चौहान ने गुरुवार को वनाग्नि की रोकथाम के लिए वन विभाग और आपदा विभाग के कर्मचारियों को ब्रीफ किया. इस दौरान डीएम ने स्थानीय लोगों से वनों की आग रोकने में प्रशासन के साथ सहयोग करने की अपील की. वहीं, डीएम आशीष चौहान ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति जंगल में आग लगते देखता है तो इसकी सूचना तुरंत प्रशासन और विभाग को दे.

वनाग्नि की रोकथाम के लिए बैठक.

बता दें कि गुरुवार डीएम डॉ आशीष चौहान ने वनाग्नि को रोकने के लिए वन विभाग सहित आपदा विभाग के कर्मचारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए. साथ ही दूरस्थ गांव से लेकर सभी क्षेत्रों में सम्पर्क बनाए रखने के भी आदेश दिए. जिससे वनों में लगने वाली आग की सूचना तत्काल प्रशासन और वन विभाग को मिल सके.

डीएम आशीष चौहान ने कहा कि जनपद में तीन कंट्रोल रूम, मास्टर कंट्रोल रूम, जिला आपदा कंट्रोल रूम और पुलिस कंट्रोल रूम जंगलों में लगने वाली आग की निगरानी करेंगे. स्थानीय निवासी कहीं पर आग लगने पर तीनों कंट्रोल रूम में सूचना दे सकते हैं. जिससे कि समय रहते आग पर काबू पाया जा सके और वन संपदा व जंगली जानवरों को बचाया जा सके.

वहीं, डीएम डॉ आशीष चौहान ने कहा कि आग को रोकने के लिए ग्रामीण सबसे अहम भूमिका निभा सकते हैं. ग्रामीण सीधे तौर पर जंगलों से जुड़े रहते हैं. जिसके चलते सबसे पहले ग्रामीण ही इसकी सूचना दे सकते हैं. डीएम ने कहा कि वन विभाग को निर्देशित किया गया है कि अपने वन प्रभागों में सीधे तौर पर ग्रामीणों के सम्पर्क में रहें.

उत्तरकाशी: जिले के डीएम डॉ. आशीष चौहान ने गुरुवार को वनाग्नि की रोकथाम के लिए वन विभाग और आपदा विभाग के कर्मचारियों को ब्रीफ किया. इस दौरान डीएम ने स्थानीय लोगों से वनों की आग रोकने में प्रशासन के साथ सहयोग करने की अपील की. वहीं, डीएम आशीष चौहान ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति जंगल में आग लगते देखता है तो इसकी सूचना तुरंत प्रशासन और विभाग को दे.

वनाग्नि की रोकथाम के लिए बैठक.

बता दें कि गुरुवार डीएम डॉ आशीष चौहान ने वनाग्नि को रोकने के लिए वन विभाग सहित आपदा विभाग के कर्मचारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए. साथ ही दूरस्थ गांव से लेकर सभी क्षेत्रों में सम्पर्क बनाए रखने के भी आदेश दिए. जिससे वनों में लगने वाली आग की सूचना तत्काल प्रशासन और वन विभाग को मिल सके.

डीएम आशीष चौहान ने कहा कि जनपद में तीन कंट्रोल रूम, मास्टर कंट्रोल रूम, जिला आपदा कंट्रोल रूम और पुलिस कंट्रोल रूम जंगलों में लगने वाली आग की निगरानी करेंगे. स्थानीय निवासी कहीं पर आग लगने पर तीनों कंट्रोल रूम में सूचना दे सकते हैं. जिससे कि समय रहते आग पर काबू पाया जा सके और वन संपदा व जंगली जानवरों को बचाया जा सके.

वहीं, डीएम डॉ आशीष चौहान ने कहा कि आग को रोकने के लिए ग्रामीण सबसे अहम भूमिका निभा सकते हैं. ग्रामीण सीधे तौर पर जंगलों से जुड़े रहते हैं. जिसके चलते सबसे पहले ग्रामीण ही इसकी सूचना दे सकते हैं. डीएम ने कहा कि वन विभाग को निर्देशित किया गया है कि अपने वन प्रभागों में सीधे तौर पर ग्रामीणों के सम्पर्क में रहें.

Intro:हेडलाइन- डीएम आशीष चौहान की अपील। Slug- Uk_uttarkashi_vipin negi_dm apeal to local people_02 may 2019. उत्तरकाशी। उत्तरकाशी डीएम डॉ आशीष चौहान ने स्थानीय निवासियों और ग्रामीणों से अपील की है कि वह वनों की आग को रोकने के लिए जिला प्रशासन का सहयोग करें। डीएम ने अपनी अपील में कहा कि जहां भी कोई वनों में आग लगाते हुए दिखे,तो उसे तत्काल रोकें। साथ ही अपने क्षेत्र के लोगों को भी जागरूक करें, की वन संपदा को बचाने के लिए वनाग्नि को रोकें। साथ ही वनाग्नि को रोकने के लिए जनपद में तीन कंट्रोल रूम सक्रिय हैं। जो कि जनपद के सभी वन प्रभागों में 24 घंटे नजर बनाए रखेंगे। जिससे कि वनों को आग से बचाया जा सके।


Body:वीओ-1, डीएम डॉ आशीष चौहान ने जनता से अपील करने से पहले वन विभाग सहित आपदा विभाग के कर्मचारियों को ब्रीफ किया कि दूरस्थ गांव से लेकर सभी क्षेत्रों में सम्पर्क बना कर रखें। जिससे कि वनों में लगने वाली आग की सूचना तत्काल प्रशासन और वन विभाग को मिल सके और समय से आग पर काबू पाया जा सके। चौहान ने बताया कि जनपद में तीन कंट्रोल रूम , मास्टर कंट्रोल रूम,जिला आपदा कंट्रोल रूम सहित पुलिस कंट्रोल रूम जंगलो में लगने वाली आग की निगरानी करेंगे। स्थानीय निवासी कहीं पर आग लगने पर उक्त तीनों कंट्रोल रूम में सूचना दें। जिससे कि समय रहते आग पर काबू पाकर वन संपदा और जंगली जानवरों को जीवन बचाया जा सके।


Conclusion:वीओ-2, डीएम डॉ आशीष चौहान ने कहा कि आग को रोकने के लिए ग्रामीण सबसे अहम भूमिका निभा सकते हैं। क्योंकि ग्रामीण लोग सीधे तौर पर जंगलों से जुड़े रहते हैं। इसलिए वह संचार का मुख्य स्रोत हैं। इसलिए वन विभाग को निर्देशित किया गया है कि अपने वन प्रभागों में सीधे तौर पर ग्रामीणों से सम्पर्क में रहें। डीएम ने जनता से अपील की है कि आग लगाने वाले लोगों को हतोत्साहित करें। उन्हें समझाएं कि वनों में आग लगाने से पर्यावरण सहित कई बेजुबान अपना जीवन खो बैठते हैं। जो कि एक पाप है। बाईट- डॉ आशीष चौहान,डीएम उत्तरकाशी।
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