उत्तरकाशी: उत्तराखंड में चारों धामों के कपाट खुलने के बाद एक बार फिर तीर्थ पुरोहितों ने देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बोर्ड के खिलाफ चारधाम के पुरोहित फिर एक सुर में विरोध कर रहे हैं. तीर्थ पुरोहितों का आरोप है कि बोर्ड के अधिकारी और कर्मचारी इनके हक-हकूकों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. जिसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अब उग्र आंदोलन से ही सरकार को जवाब दिया जाए.
बीते शुक्रवार को केदारनाथ धाम में मुख्य गेट पर देवास्थानम बोर्ड की ओर से की गई तालाबंदी के बाद केदारनाथ धाम और गंगोत्री धाम में तीर्थ पुरोहितों ने धरना प्रदर्शन किया. वहीं, शनिवार को यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुराहितों ने केदारनाथ धाम में की गई तालाबन्दी का विरोध किया. यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि अगर सरकार जल्द ही यह कानून नहीं हटाती है तो आगे चारधाम के बच्चा-बच्चा इसके विरोध में आंदोलन करेंगे.
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यमुनोत्री धाम के पंच पंडा समिति के प्रवक्ता अंकित उनियाल ने देवास्थानम बोर्ड का विरोध करते हुए कहा कि जिस प्रकार की हरकत केदारनाथ धाम में की गई है. वह सनातन धर्म की परंपरा के साथ खिलवाड़ है. उन्होंने कहा कि वर्षों से तीर्थ पुरोहित ही धामों की परंपरा का निर्वहन कर रहे हैं. इसलिए इस तरह अब हक-हकूकों के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.