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आराकोट बंगाण क्षेत्र में सेब की पैदावार पर मौसम की मार, 50 फीसदी फसल को नुकसान - उत्तराखंड सेब की खेती

Apple Farming Uttarkashi उत्तरकाशी जिले के आराकोट बंगाण क्षेत्र सेब उत्पादन में अलग ही पहचान रखता है. यहां सालाना करीब 9 से 10 हजार मीट्रिक टन सेब का उत्पादन होता है, लेकिन इस बार मौसम की मार से सेब के उत्पादन पर असर पड़ा है. बर्फबारी, ओलावृष्टि और बारिश की वजह से करीब 50 फीसदी फसल को नुकसान पहुंचा है.

Apple Crop Damaged Due to landslide
सेब की पैदावार पर मौसम की मार
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Published : Aug 20, 2023, 2:27 PM IST

Updated : Aug 20, 2023, 2:59 PM IST

आराकोट बंगाण क्षेत्र में सेब की पैदावार पर मौसम की मार

उत्तरकाशीः आराकोट बंगाण क्षेत्र में मौसम की मार से सेब की पैदावार प्रभावित हुई है. बीते मई से लेकर मॉनसून सीजन तक करीब 50 फीसदी सेब की फसल को नुकसान पहुंचा है. पहले अप्रैल और मई में बर्फबारी और ओलावृष्टि के चलते बीते साल के मुकाबले इस बार करीब 40 फीसदी उत्पादन प्रभावित हुआ. इसके बाद मॉनसून सीजन में भूस्खलन के कारण भी सेब को काफी नुकसान पहुंचा है. ऐसे में बागवानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है.

Apple Crop Damaged
भूस्खलन से सेब के पेड़ तबाह

बंगाण क्षेत्र के बागवान मनमोहन चौहान, नरेश चौहान, उमेश चौहान, धर्म सिंह, रघुवीर सिंह का कहना है कि पहले मई महीने में बर्फबारी और ओलावृष्टि हुई. जिससे सेब के उत्पादन को नुकसान हुआ तो वहीं अब बरसात में भूस्खलन और भू धंसाव के कारण सेब की फसल तबाह हो गई है. बारिश के कारण भी कई दिनों तक सड़क बंद रही. जिस कारण उनके सेब घरों और गोदामों में ही सड़ गए.
ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड के सेब को मिलने लगी अपनी पहचान, उद्यान विभाग मुहैया करा रहा कार्टन

बता दें कि आराकोट बंगाण क्षेत्र में जिले का सबसे ज्यादा यानी करीब 9 से 10 हजार मीट्रिक टन सेब का उत्पादन होता है. इसके साथ ही अभी तक सेब के नुकसान को लेकर प्रदेश सरकार की ओर से किसी प्रकार के मुआवजे की व्यवस्था नहीं की गई है. जबकि, बागवानों को बर्फबारी समेत ओलावृष्टि और बारिश के कारण दोहरी मार झेलनी पड़ी है.

Apple Crop Damaged
भूस्खलन से सेब के पेड़ गिरे

मामले में उद्यान विभाग आराकोट के प्रभारी कीरत सिंह का कहना है कि पूर्व में बर्फबारी और ओलावृष्टि के कारण बंगाण क्षेत्र में करीब 40 प्रतिशत सेब की पैदावार को नुकसान हुआ है. अभी मॉनसून में भी भूस्खलन और अन्य कारणों से भी नुकसान पहुंचा है. जिसका आकलन किया जा रहा है. वहीं, बागवानों के नुकसान की सूचना प्रशासन और शासन को दी जा रही है.
ये भी पढ़ेंः भूस्खलन की जद में आए सेब के बगीचे, काश्तकारों के चेहरे पर दिखी चिंता की लकीर

आराकोट बंगाण क्षेत्र में सेब की पैदावार पर मौसम की मार

उत्तरकाशीः आराकोट बंगाण क्षेत्र में मौसम की मार से सेब की पैदावार प्रभावित हुई है. बीते मई से लेकर मॉनसून सीजन तक करीब 50 फीसदी सेब की फसल को नुकसान पहुंचा है. पहले अप्रैल और मई में बर्फबारी और ओलावृष्टि के चलते बीते साल के मुकाबले इस बार करीब 40 फीसदी उत्पादन प्रभावित हुआ. इसके बाद मॉनसून सीजन में भूस्खलन के कारण भी सेब को काफी नुकसान पहुंचा है. ऐसे में बागवानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है.

Apple Crop Damaged
भूस्खलन से सेब के पेड़ तबाह

बंगाण क्षेत्र के बागवान मनमोहन चौहान, नरेश चौहान, उमेश चौहान, धर्म सिंह, रघुवीर सिंह का कहना है कि पहले मई महीने में बर्फबारी और ओलावृष्टि हुई. जिससे सेब के उत्पादन को नुकसान हुआ तो वहीं अब बरसात में भूस्खलन और भू धंसाव के कारण सेब की फसल तबाह हो गई है. बारिश के कारण भी कई दिनों तक सड़क बंद रही. जिस कारण उनके सेब घरों और गोदामों में ही सड़ गए.
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बता दें कि आराकोट बंगाण क्षेत्र में जिले का सबसे ज्यादा यानी करीब 9 से 10 हजार मीट्रिक टन सेब का उत्पादन होता है. इसके साथ ही अभी तक सेब के नुकसान को लेकर प्रदेश सरकार की ओर से किसी प्रकार के मुआवजे की व्यवस्था नहीं की गई है. जबकि, बागवानों को बर्फबारी समेत ओलावृष्टि और बारिश के कारण दोहरी मार झेलनी पड़ी है.

Apple Crop Damaged
भूस्खलन से सेब के पेड़ गिरे

मामले में उद्यान विभाग आराकोट के प्रभारी कीरत सिंह का कहना है कि पूर्व में बर्फबारी और ओलावृष्टि के कारण बंगाण क्षेत्र में करीब 40 प्रतिशत सेब की पैदावार को नुकसान हुआ है. अभी मॉनसून में भी भूस्खलन और अन्य कारणों से भी नुकसान पहुंचा है. जिसका आकलन किया जा रहा है. वहीं, बागवानों के नुकसान की सूचना प्रशासन और शासन को दी जा रही है.
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Last Updated : Aug 20, 2023, 2:59 PM IST
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