गदरपुर: शहीद उधम सिंह कंबोज की पुण्यतिथि पर गदरपुर स्थित कंबोज धर्मशाला में शुक्रवार को कई सामाजिक सांस्था के कार्यकर्ताओं, जनप्रतिनिधियों और यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण कर उनको नमन किया. इस मौके पर लोगों द्वारा उनके कीर्तित्व को भी याद किया गया.
शहीद उधम सिंह कंबोज की पुण्यतिथि पर कई सामाजिक कार्यकर्ताओं व जनप्रतिनिधियों ने गदरपुर कंबोज धर्मशाला में स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इस मौके पर वक्ताओं ने शहीद उधम सिंह के कई ऐतिहासिक किस्सों को भी साझा किया. यूथ कांग्रेस के प्रदेश सचिव मोहनीश कुमार ने कहा कि 13 अप्रैल 1919 को बैसाखी के दिन जलियांवाला बाग नरसंहारक को उधम सिंह ने अपनी आंखों से देखा था और वहां की मिट्टी को हाथ में लेकर जनरल डायर को मारने की कसम खाई थी. इसके लिए वह कई देशों से होते हुए वो इंग्लैंड पहुंचे. मगर, तब तक जनरल डायर की बीमारी के कारण मौत हो चुकी थी तो अब उन्होंने अपना पूरा ध्यान माइकल ओ डायर को मारने पर लगा दिया.
पढ़े- वन विभाग ने लकड़ी से लदे ट्रैक्टर-ट्रॉली को पकड़ा, ड्राइवर फरार
मोहनीश कुमार ने बताया कि माइकल ओ डायर जो 1919 में पंजाब के गवर्नर थे. इंग्लैंड में एक सभा को संबोधित कर रहे थे और इसी सभा में उधम सिंह ने ओ डायर की गोली मारकर हत्या कर दी, जिसके बाद उन्हें 31 जुलाई 1940 को इंग्लैंड कि पेंटनविले जेल में फांसी दे दी गई और इस तरह शहीद उधम सिंह कंबोज ने अपनी प्रतिज्ञा को पूरा किया.