खटीमा: भारत-नेपाल सीमा स्थित शारदा सागर डैम से ओवरफ्लो (overflow from sharda sagar dam) होने से आसपास के गांवों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है. सूचना पर खटीमा तहसीलदार (Khatima Tehsildar) ने राजस्व विभाग की टीम के साथ स्थलीय निरीक्षण किया. साथ ही पटवारियों को ग्रामीणों को हुए नुकसान का आकलन कर पीड़ितों की सूची बनाने के निर्देश दिए.
सीमांत विधानसभा क्षेत्र खटीमा (Marginal Assembly Khatima) में शारदा सागर डैम किनारे बसे गांव बंधा-सिसैया, बगुलिया, बलुआ-खैरानी, झाउ परसा सहित कई गांवों में डैम के ओवर फ्लो होने से जलभराव के कारण ग्रामीणों को काफी नुकसान हुआ है. वहीं, सूचना पर तहसीलदार खटीमा युसूफ अली प्रभावित गांवों का जायजा लेने पहुंचे. सैकड़ों पीड़ित ग्रामीणों ने उनके सामने अपनी बात रखी.
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ग्रामीणों ने बताया कि शारदा सागर डैम का जलस्तर (water level of sharda sagar dam) लगातार बढ़ने से ग्रामीणों के घर, मकान, सड़कें, फसलें, पूरी तरह से जलमग्न हो गयी हैं. उनका सब कुछ चौपट हो गया है. ग्रामीण भुखमरी की कगार पर हैं. गांव में पानी भरे होने के कारण संक्रमण का खतरा बना हुआ है. पूर्व में कई मौतें भी हो चुकी हैं. पिछले 15 दिनों से लगातार जलस्तर बढ़ रहा है. बच्चों का स्कूल आना जाना बंद हो गया है.
खटीमा तहसीलदार युसूफ अली ने कहा कि अपर जिला अधिकारी के निर्देश पर मैं यहां आया हूं. जलभराव से काफी नुकसान हुआ है. जिससे ग्रामीण काफी परेशान हैं. गांवों में जलभराव का निरीक्षण करने के बाद संबंधित पटवारियों को पीड़ितों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया गया है. सूची तैयार होने के बाद आर्थिक सहायता दी जाएगी. उन्होंने यूपी सिंचाई विभाग (UP Irrigation Department) के अधिकारियों से शारदा डैम में पानी कम करने के लिए वार्ता की है.