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खनन कारोबारियों के आम रास्ता खोदने से चढ़ा ग्रामीणों का पारा, प्रदर्शन कर जताया विरोध

सितारगंज में सिडकुल क्षेत्र से लगे उकरोली गांव में निजी पट्टेधारक मनमाने ढंग से खनन कार्य कर रहे हैं. पट्टेधारकों ने सिडकुल से जोड़ने वाले रास्ते को खोद दिया. ग्रामीणों ने विधायक के साथ विरोध प्रदर्शन किया.

खनन
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Published : Feb 20, 2020, 10:21 AM IST

Updated : Feb 20, 2020, 10:51 AM IST

सितारगंजः उधम सिंह नगर जिले के सितारगंज में सिडकुल क्षेत्र से लगे उकरोली गांव में निजी पट्टेधारकों द्वारा आम रास्ता खोदने का ग्रामीणों ने विरोध किया है. ग्रामीणों का कहना है कि कैलाश नदी पर निजी पट्टेधारकों द्वारा खनन कार्य के नाम पर गांवों को सिडकुल से जोड़ने वाले रास्ते को खोद दिया है. इससे नाराज दर्जनों गांवों के ग्रामीणों ने नानकमत्ता विधायक के साथ खनन क्षेत्र में प्रदर्शन किया.

खनन कार्य में नियमों की अनदेखी.

विधायक और ग्रामीणों ने निजी पट्टेधारकों का खनन कार्य बंद करा दिया. बाद में सूचना पर मौके पर पहुंचे एडीएम की मध्यस्थता में ग्रामीणों और निजी पट्टाधारकों का विवाद सुलझा. सितारगंज स्थित सिडकुल क्षेत्र में उकरौली गांव में कैलाश नदी पर निजी पट्टेधारकों द्वारा खनन का कार्य जोरों पर चल रहा है. पट्टाधारकों द्वारा खनन क्षेत्र से बाहर भी अवैध रूप से खनन किया जा रहा है.

विवाद तब शुरू हुआ जब पट्टाधारकों द्वारा खनन कार्य के नाम पर दर्जनों गांवों को सिडकुल से जोड़ने के रास्ते को ही खोदकर गड्ढे कर दिये, जिससे नाराज सैकड़ों ग्रामीणों ने नानकमत्ता विधायक प्रेम सिंह राणा के साथ उकरौली खनन क्षेत्र में प्रदर्शन कर खनन कार्य बंद कराया.

आक्रोशित ग्रामीणों का कहना था कि सिडकुल में जाने के लिए कैलाश नदी पर पुल बनाकर रास्ता बनाया गया था जिसको पट्टेधारकों द्वारा खनन के चलते खोद डाला गया. पट्टेधारकों द्वारा मानकों को ताक पर रखकर खनन का कार्य किया जा रहा है.

जिसके चलते उकरोली गांव को जाने वाले आम रास्ता खोद दिया गया, जबकि उकरोली गांव कैलाश नदी में टापू पर पड़ने वाला गांव है. दोनों तरफ कैलाश नदी बह रही है या तो गांव के लोगों को दूसरी जगह विस्थापित किया जाए नहीं तो गांव के आसपास से खनन का कार्य न किया जाए.

वहीं ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन को भी पट्टेधारक नहीं मान रहे. किसानों की भूमि पर पट्टेधारक जबरदस्ती खनन कर रहे हैं, जबकि हाईकोर्ट द्वारा भी गांव से 100 मीटर की दूरी तक खनन का कार्य न करने के निर्देश सरकार को दिए जा चुके है.

यह भी पढ़ेंः ट्रांसपोर्ट नगर की कंपनियों पर इनकम टैक्स का छापा, करोड़ों के टैक्स चोरी का लगाया पता

वहीं खनन क्षेत्र में हंगामे की सूचना पर एडीएम उत्तम सिंह चौहान राजस्व विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचे. जहां नानकमत्ता विधायक डॉ. प्रेमसिंह राणा ने कैलाश नदी पर रास्ता बनाने को लेकर उनसे वार्ता की गयी जिस पर उन्होंने पट्टाधारकों को जल्द रास्ता बनाने का आदेश दिया.

अपर जिलाधिकारी चौहान ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि निजी पट्टाधारकों द्वारा रास्ता खोद दिया गया है. जिसे जल्द दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही निर्देशों का पालन नहीं हुआ तो सख्त कार्रवाई की जाएगी.

सितारगंजः उधम सिंह नगर जिले के सितारगंज में सिडकुल क्षेत्र से लगे उकरोली गांव में निजी पट्टेधारकों द्वारा आम रास्ता खोदने का ग्रामीणों ने विरोध किया है. ग्रामीणों का कहना है कि कैलाश नदी पर निजी पट्टेधारकों द्वारा खनन कार्य के नाम पर गांवों को सिडकुल से जोड़ने वाले रास्ते को खोद दिया है. इससे नाराज दर्जनों गांवों के ग्रामीणों ने नानकमत्ता विधायक के साथ खनन क्षेत्र में प्रदर्शन किया.

खनन कार्य में नियमों की अनदेखी.

विधायक और ग्रामीणों ने निजी पट्टेधारकों का खनन कार्य बंद करा दिया. बाद में सूचना पर मौके पर पहुंचे एडीएम की मध्यस्थता में ग्रामीणों और निजी पट्टाधारकों का विवाद सुलझा. सितारगंज स्थित सिडकुल क्षेत्र में उकरौली गांव में कैलाश नदी पर निजी पट्टेधारकों द्वारा खनन का कार्य जोरों पर चल रहा है. पट्टाधारकों द्वारा खनन क्षेत्र से बाहर भी अवैध रूप से खनन किया जा रहा है.

विवाद तब शुरू हुआ जब पट्टाधारकों द्वारा खनन कार्य के नाम पर दर्जनों गांवों को सिडकुल से जोड़ने के रास्ते को ही खोदकर गड्ढे कर दिये, जिससे नाराज सैकड़ों ग्रामीणों ने नानकमत्ता विधायक प्रेम सिंह राणा के साथ उकरौली खनन क्षेत्र में प्रदर्शन कर खनन कार्य बंद कराया.

आक्रोशित ग्रामीणों का कहना था कि सिडकुल में जाने के लिए कैलाश नदी पर पुल बनाकर रास्ता बनाया गया था जिसको पट्टेधारकों द्वारा खनन के चलते खोद डाला गया. पट्टेधारकों द्वारा मानकों को ताक पर रखकर खनन का कार्य किया जा रहा है.

जिसके चलते उकरोली गांव को जाने वाले आम रास्ता खोद दिया गया, जबकि उकरोली गांव कैलाश नदी में टापू पर पड़ने वाला गांव है. दोनों तरफ कैलाश नदी बह रही है या तो गांव के लोगों को दूसरी जगह विस्थापित किया जाए नहीं तो गांव के आसपास से खनन का कार्य न किया जाए.

वहीं ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन को भी पट्टेधारक नहीं मान रहे. किसानों की भूमि पर पट्टेधारक जबरदस्ती खनन कर रहे हैं, जबकि हाईकोर्ट द्वारा भी गांव से 100 मीटर की दूरी तक खनन का कार्य न करने के निर्देश सरकार को दिए जा चुके है.

यह भी पढ़ेंः ट्रांसपोर्ट नगर की कंपनियों पर इनकम टैक्स का छापा, करोड़ों के टैक्स चोरी का लगाया पता

वहीं खनन क्षेत्र में हंगामे की सूचना पर एडीएम उत्तम सिंह चौहान राजस्व विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचे. जहां नानकमत्ता विधायक डॉ. प्रेमसिंह राणा ने कैलाश नदी पर रास्ता बनाने को लेकर उनसे वार्ता की गयी जिस पर उन्होंने पट्टाधारकों को जल्द रास्ता बनाने का आदेश दिया.

अपर जिलाधिकारी चौहान ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि निजी पट्टाधारकों द्वारा रास्ता खोद दिया गया है. जिसे जल्द दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही निर्देशों का पालन नहीं हुआ तो सख्त कार्रवाई की जाएगी.

Last Updated : Feb 20, 2020, 10:51 AM IST
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