खटीमाः नेपाल बॉर्डर से सटे सिसैया और आसपास के क्षेत्रों में रह रहे ग्रामीणों ने भूमि के मालिकाना हक की मांग को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पत्नी गीता धामी से मुलाकात की. गीता धामी ने उनकी समस्याओं को मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाने की बात कही. इस दौरान उन्होंने पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए पौधे भी भेंट किए. उधर, सड़क निर्माण की मांग को लेकर अशोक फार्म-खाली महुवट के ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपा.
बता दें कि खटीमा के नगरा तराई स्थित सीएम आवास में लोग लगातार अपनी समस्याओं को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने के लिए आ रहे हैं. इसी कड़ी में सीएम के गृह क्षेत्र नगरा तराई से लगे अशोक फार्म-खाली महुवट के ग्रामीणों ने गीता धामी को ज्ञापन सौंपकर मुख्य मार्ग से गुरुद्वारा तक सड़क निर्माण की मांग की गुहार लगाई.
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स्थानीय निवासी जगजीत सिंह मल्ली ने बताया कि अशोक फार्म से गुरुद्वारा तक का सड़क काफी बदहाल स्थिति में है, रास्ते पर आवागमन काफी दूभर हो गया है. ऐसे में उनकी मांग है कि अशोक फार्म मुख्य मार्ग से गुरुद्वारा तक करीब 500 मीटर की सड़क बनवायी जाए.
वहीं, बीते 50 सालों से सिसैया के शारदा सागर डैम के तट पर खेतीबाड़ी कर गुजर-बसर कर रहे परिवारों ने सीएम की पत्नी गीता धामी से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने ज्ञापन सौंपकर भूमि का मालिकाना हक दिलाने और प्रधानमंत्री आवास योजना मुहैया कराने की मांग की.
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ग्रामीणों की मांग है कि साल 2008 के बाद बंद की गई आवास योजना को पूर्व की तरह शुरू किया जाए. साथ ही आधार कार्ड, राशन कार्ड, पहचान पत्र समेत अन्य सरकारी सुविधा जैसे सीसी रोड, विद्युत लाइन, आंगनबाड़ी केंद्र, राजकीय विद्यालय, पेयजल लाइन की सुविधा के आधार पर भूमि का मालिकाना हक व आवास की सुविधा मुहैया करायी जाए.
मुख्यमंत्री आवास पहुंचे लोगों को गीता धामी ने पर्यावरण संरक्षण के लिए एक-एक पौधा भी उपहार स्वरूप भेंट किया और पर्यावरण संरक्षण की अपील की. वहीं, मीडिया से रूबरू होते हुए सीएम की पत्नी गीता धामी ने बताया कि विभिन्न संगठनों ने अपनी-अपनी समस्याओं से संबंधित उन्हें ज्ञापन दिया है. सभी समस्याओं को मुख्यमंत्री के समक्ष रखकर समाधान का प्रयास किया जाएगा.