काशीपुर: उत्तराखंड कांग्रेस में एक बार फिर खुलकर गुटबाजी सामने आने लगी है. सोमवार को नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता हरीश रावत को नसीहत देते हुए कहा था कि हरदा को राजनीतिक जीवन के आखिरी दिनों में संभल जाना चाहिए. इंदिरा हृदयेश के इस बयान पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने हृदयेश को नसीहत दे डाली. उन्होंने कहा कि इस तरह के मुद्दे पार्टी फोरम पर उठाने चाहिए न कि सार्वजनिक मीडिया के सामने.
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मंगलवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह काशीपुर पहुंचे थे, जहां पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. यहां प्रीतम से इंदिरा और हरीश रावत के बीच चल रहे वाक युद्ध को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने इंदिरा को नसीहत देते हुए कहा कि इस तरह के मुद्दे पार्टी फोरम में उठाए जाए न की मीडिया के सामने.
बता दें कि सोमवार को देहरादून के गांधी पार्क में हरीश रावत दलित युवक की हत्या के विरोध में करीब एक घंटे तक मौन व्रत पर बैठे थे. हरीश रावत के इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के कई नेता शामिल हुए थे. लेकिन ये प्रदर्शन पार्टी के मंच पर नहीं किया गया था. इसी को लेकर इंदिरा ने हरीश रावत को नसीहत थी कि वो पार्टी से बड़े नहीं है और हरदा को राजनीति जीवन के आखिरी दिनों में संभल जाना चाहिए.
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वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्व पीएम राजीव गांधी पर दिए गए बयान को लेकर प्रीतम सिंह ने कहा कि देश में आजतक के इतिहास में पहली बार देश के प्रधानमंत्री के द्वारा इस तरह की अमर्यादित टिप्पणी किसी नेता के खिलाफ की गई है.