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शिक्षा मंत्री के क्षेत्र में नियमों को ताक पर रखकर चल रहे स्कूल, अधिकारी हैं खामोश

प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के गृह जनपद में शिक्षा माफिया के आगे विभागीय अधिकारी बौने साबित हो रहे हैं. जिले में बगैर अनुमति से धड़ल्ले से स्कूल चल रहे हैं.

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शिक्षा मंत्री
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Published : Nov 28, 2019, 2:56 PM IST

काशीपुरः सूबे के शिक्षा मंत्री के गृह क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है. जनपद उधम सिंह नगर में शिक्षा विभाग के नुमाइंदे शिक्षा के मंदिरों पर कार्रवाई करते हुए कतराते नजर आ रहे हैं. जिससे देश का भविष्य खतरे में नजर आ रहा है.

ताजा मामला है बाजपुर का, जहां पर आपको इसका जीता जागता सबूत मिल सकता है. बिना अनुमति के चल रहे दो स्कूलों को बंद कराने के बाद भी वो चल रहे हैं. सूबे के शिक्षा मंत्री के गृह जनपद उधम सिंह नगर में एक के बाद एक फर्जी स्कूल सामने आ रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी उन पर कार्रवाई करने की जहमत तक नहीं उठाते है.

नियमों की धज्जियां उड़ा रहे स्कूल संचालक.

बाजपुर विधानसभा के ग्राम गांव बाजपुर में एमसीएस स्कूल और एजुकेशन जॉन नाम से फर्जी स्कूल संचालित हो रहे थे, जिसकी खबर दिखाने के बाद उपखंड शिक्षा अधिकारियों ने स्कूल को सीज कर दिया, लेकिन एक सप्ताह के बाद बिना किसी खौफ के वे फिर से संचालित होने लगे. जिस पर अभी तक कार्रवाई नहीं हुई है.

यह भी पढ़ेंः अब टीकाकरण से नहीं छूटेगा कोई बच्चा, बड़े पैमाने पर शुरू होगा मिशन इंद्रधनुष

बता दें कि बीते दिनों एक स्कूल में स्कूल संचालक ने अपनी ही स्कूल की नाबालिग छात्रा को हवस का शिकार बना डाला था. जिसका संज्ञान लेते हुए अधिकारियों ने विगत दिनों स्कूल बंद करा दिया था. साथ ही एक किलोमीटर की दूरी पर फर्जी तरीके से एक और स्कूल संचालित था. उस पर भी कार्रवाई करते हुए उपखंड शिक्षा अधिकारी ने स्कूल बंद करा दिया. वहीं स्कूल बंद होने के बावजूद भी स्कूल में बच्चों को पढ़ाया जा रहा है.

काशीपुरः सूबे के शिक्षा मंत्री के गृह क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है. जनपद उधम सिंह नगर में शिक्षा विभाग के नुमाइंदे शिक्षा के मंदिरों पर कार्रवाई करते हुए कतराते नजर आ रहे हैं. जिससे देश का भविष्य खतरे में नजर आ रहा है.

ताजा मामला है बाजपुर का, जहां पर आपको इसका जीता जागता सबूत मिल सकता है. बिना अनुमति के चल रहे दो स्कूलों को बंद कराने के बाद भी वो चल रहे हैं. सूबे के शिक्षा मंत्री के गृह जनपद उधम सिंह नगर में एक के बाद एक फर्जी स्कूल सामने आ रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी उन पर कार्रवाई करने की जहमत तक नहीं उठाते है.

नियमों की धज्जियां उड़ा रहे स्कूल संचालक.

बाजपुर विधानसभा के ग्राम गांव बाजपुर में एमसीएस स्कूल और एजुकेशन जॉन नाम से फर्जी स्कूल संचालित हो रहे थे, जिसकी खबर दिखाने के बाद उपखंड शिक्षा अधिकारियों ने स्कूल को सीज कर दिया, लेकिन एक सप्ताह के बाद बिना किसी खौफ के वे फिर से संचालित होने लगे. जिस पर अभी तक कार्रवाई नहीं हुई है.

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बता दें कि बीते दिनों एक स्कूल में स्कूल संचालक ने अपनी ही स्कूल की नाबालिग छात्रा को हवस का शिकार बना डाला था. जिसका संज्ञान लेते हुए अधिकारियों ने विगत दिनों स्कूल बंद करा दिया था. साथ ही एक किलोमीटर की दूरी पर फर्जी तरीके से एक और स्कूल संचालित था. उस पर भी कार्रवाई करते हुए उपखंड शिक्षा अधिकारी ने स्कूल बंद करा दिया. वहीं स्कूल बंद होने के बावजूद भी स्कूल में बच्चों को पढ़ाया जा रहा है.

Intro:स्थान - उधम सिंह नगर
रिपोर्ट - राजेन्द्र चन्द्रा

एंकर - सूबे के शिक्षा मंत्री के गृह क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है। जनपद उधम सिंह नगर के शिक्षा विभाग के नियुक्त नुमाइंदे शिक्षा के मंदिरों पर करवाही करते हुए कतराते नज़र आ रहें हैं। देश के भविष्यो के जीवन के साथ खिलबाड़ करने बाले बेख़ौफ़ होकर अपने कारोबार को अंजाम दे रहें हैं। ताजा मामला है बाज़पुर का जहां पर आपको इसका जीताजागता सबूत मिल सकता है। बिना अनुमति के दो स्कूल को बंद करने के बाद भी चल रहे हैं और मासूमो के जीवन के साथ खिलबाड़ करने से पीछे नही हैं। 

Body:वीओ - : उत्तराखंड में शिक्षा का स्तर लगातार गिरता जा रहा है। जिसका आलम यह है कि शिक्षा के गोरख धंधे को शिक्षा माफ़िये फर्जी तरीके से अपने घरों में फर्जी स्कूलों को संचालित कर देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने से पीछे नही हैं। जिसकी जानकारी स्कूल में पढ़ने वाले नौनिहालों के परिजनों को भी नहीं है। सूबे के शिक्षा मंत्री के गृह जनपद उधम सिंह नगर में एक के बाद एक फर्जी स्कूल सामने आ रहे हैं ।लेकिन जिम्मेदार अधिकारी उन पर कार्यवाही करने की जहमत तक नहीं उठाते है। वहीं जब फ़र्ज़ी तरीक़े से चल रहे स्कूलों पर जाकर खुद देखा तब नज़ारा भी ऐसा की आप खुद देख कर चौक जाएंगे।  ऐसा नहीं कि फर्जी तरीके से चल रहा स्कूलों की जानकारी अधिकारियों को नहीं होती है। बता दे कि बाजपुर विधानसभा के ग्राम गांव बाज़पुर में एमसीएस स्कूल और एजुकेशन जॉन नाम से फर्जी स्कूल संचालित हो रहे थे। जिसकी खबर को दिखाने के बाद उप खंड शिक्षा अधिकारियों ने स्कूल को सीज कर दिया। बाबजूद उसके एक सप्ताह के बात बिना किसी ख़ौफ़ के फिर से संचालित होने लगे । इससे देख कर आप शिक्षा व्यवस्था पर खुद ही अंदाज़ा लगा सकते हैं कि शिक्षा महकमा कितना सतर्क है। 


वीओ - : आपको बता दें कि बीते दिनों में एक स्कूल में स्कूल संचालक ने अपनी ही स्कूल की छात्रा को हवस का शिकार नाबालिक बच्ची को बना डाला था। जिसका संज्ञान लेते हुए अधिकारियों ने विगत दिन स्कूल बंद करा दिया। साथ ही 1 किलोमीटर दूरी पर फर्जी तरीके से एक और स्कूल संचालित था। उस पर भी कार्यवाही करते हुए उप खंड शिक्षा अधिकारी ने स्कूल बंद करा दिया। वही स्कूल बंद होने के बावजूद भी स्कूल में बच्चों को पढ़ाया जा रहा है।

बाईट - सूबे के शिक्षा मंत्री - अरविंद पांडेय

Conclusion:
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