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तनावमुक्त रहकर करें बोर्ड परीक्षा की तैयारी, जानें एक्सपर्ट की राय - टिप्स

परीक्षा की तैयारी कोई एक दिन का कार्य नहीं है. हमें रूटीन बनाना होता है. और परीक्षा आने तक अपना सिलेबस पूरा करना होता है. हालांकि, यह जरूरी नहीं है कि आपका सिलेबस पूरा हो. हमें ध्यान रखना होता है कि अभी तक हमारा कितना सिलेबस पूरा हुआ है.

बोर्ड एग्जाम
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Published : Feb 19, 2019, 5:18 PM IST

Updated : Feb 19, 2019, 7:25 PM IST

रुद्रपुरः 10 वीं और 12 वीं की बोर्ड परीक्षाएं जल्द ही शुरू होने वाली है. ऐसे में तमाम स्टूडेंट्स अपनी-अपनी बोर्ड परीक्षा की तैयारियों में जुट गए है. बोर्ड परीक्षाओं को लेकर बच्चों के अलावा अभिभावकों में खासा दवाब रहता है और अक्सर परीक्षा के मौके पर बच्चे तनाव में आ जाते है. हालांकि, तनावग्रस्त होकर किसी भी कार्य के बेहतर परिणाम नहीं निकल सकते. तो आइए जानते हैं कैसे करें परीक्षा की तैयारी?

बोर्ड परीक्षा के नजदीक आते ही अक्सर पूरे घर का माहौल बदल जाता है. परीक्षा के नाम से ही अधिकांश स्टूडेंट्स घबराने लगते है. इसी घबराहट के कारण अक्सर बच्चे डिप्रेशन में आ जाते है. बोर्ड परीक्षा की तैयारी कैसे करें और कौन सी टिप्स बच्चों के प्रदर्शन को और बेहतर बना सकती है. ईटीवी भारत ने जानकारों से राय ली.

बोर्ड परीक्षा को लेकर जानें एक्सपर्ट की राय.

पढ़ें-नम आंखों से पत्नी नितिका ने शहीद विभूति को दिया अंतिम सैल्यूट, बोली- I LOVE YOU

क्या कहते हैं एक्सपर्ट
प्रिंसिपल सतीश कुमार अरोड़ा बताते है कि परीक्षा को लेकर तनावमुक्त रहना आसान नहीं है. लेकिन, किसी भी कठिन से कठिन कार्य को करने के लिए आपका खुश रहना जरूरी है. परीक्षा की तैयारी कोई एक दिन का कार्य नहीं है. हमें रूटीन बनाना होता है. और परीक्षा आने तक अपना सिलेबस पूरा करना होता है. हालांकि, यह जरूरी नहीं है कि आपका सिलेबस पूरा हो. हमें ध्यान रखना होता है कि अभी तक हमारा कितना सिलेबस पूरा हुआ है. 70 से 80 फीसदी भी अगर पूरा है तो अच्छा है. इसमें तनाव में आने वाली कोई बात नहीं है.

सिलेबस का रिवीजन जरूर करें
एक्सपर्ट का कहना है कि परीक्षा के दौरान कुछ नया पढ़ने से बेहतर है कि जो आपने पहले पढ़ा है उसका रिवीजन कर लें. दूसरे चैप्टर को पढ़ने में समय बर्बाद ना करें. परीक्षा के लिए पूरी रात जगाकर पढ़ाई करना घातक हो सकता है. क्योंकि, नींद पूरी नहीं होने से आपका दिमाग ठीक से काम नहीं करता. परीक्षा की तैयारी के लिए पिछले 2-3 सालों के प्रश्नपत्र भी देख लेने चाहिए. ताकि, आपको इस बात का अंदाज लग जाए कि किसी तरह के सवाल आपके सामने आ सकते हैं.

स्वास्थ्य का रखें ख्याल
एक्सपर्ट का कहना है कि अक्सर देखा जाता है बच्चे परीक्षा के दौरान अपनी दिनचर्या बदल लेते है. ऐसे में आपका शरीर अचानक हुए इस बदलाव को समझ नहीं पाता. जिससे अनिंद्रा, तनाव और भूख न लगना इत्यादि के कारण बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है. परीक्षा के दौरान बच्चे हंसना और खेलना छोड़ देते हैं. इसलिए इन चीजों के लिए थोड़ा सा समय जरूरी निकाले. यह आपके मन और मस्तिष्क को शांत और तरोताजा रखेगा. जिससे आपके शरीर में ऊर्जा का संचार बढ़ेगा.

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रुद्रपुरः 10 वीं और 12 वीं की बोर्ड परीक्षाएं जल्द ही शुरू होने वाली है. ऐसे में तमाम स्टूडेंट्स अपनी-अपनी बोर्ड परीक्षा की तैयारियों में जुट गए है. बोर्ड परीक्षाओं को लेकर बच्चों के अलावा अभिभावकों में खासा दवाब रहता है और अक्सर परीक्षा के मौके पर बच्चे तनाव में आ जाते है. हालांकि, तनावग्रस्त होकर किसी भी कार्य के बेहतर परिणाम नहीं निकल सकते. तो आइए जानते हैं कैसे करें परीक्षा की तैयारी?

बोर्ड परीक्षा के नजदीक आते ही अक्सर पूरे घर का माहौल बदल जाता है. परीक्षा के नाम से ही अधिकांश स्टूडेंट्स घबराने लगते है. इसी घबराहट के कारण अक्सर बच्चे डिप्रेशन में आ जाते है. बोर्ड परीक्षा की तैयारी कैसे करें और कौन सी टिप्स बच्चों के प्रदर्शन को और बेहतर बना सकती है. ईटीवी भारत ने जानकारों से राय ली.

बोर्ड परीक्षा को लेकर जानें एक्सपर्ट की राय.

पढ़ें-नम आंखों से पत्नी नितिका ने शहीद विभूति को दिया अंतिम सैल्यूट, बोली- I LOVE YOU

क्या कहते हैं एक्सपर्ट
प्रिंसिपल सतीश कुमार अरोड़ा बताते है कि परीक्षा को लेकर तनावमुक्त रहना आसान नहीं है. लेकिन, किसी भी कठिन से कठिन कार्य को करने के लिए आपका खुश रहना जरूरी है. परीक्षा की तैयारी कोई एक दिन का कार्य नहीं है. हमें रूटीन बनाना होता है. और परीक्षा आने तक अपना सिलेबस पूरा करना होता है. हालांकि, यह जरूरी नहीं है कि आपका सिलेबस पूरा हो. हमें ध्यान रखना होता है कि अभी तक हमारा कितना सिलेबस पूरा हुआ है. 70 से 80 फीसदी भी अगर पूरा है तो अच्छा है. इसमें तनाव में आने वाली कोई बात नहीं है.

सिलेबस का रिवीजन जरूर करें
एक्सपर्ट का कहना है कि परीक्षा के दौरान कुछ नया पढ़ने से बेहतर है कि जो आपने पहले पढ़ा है उसका रिवीजन कर लें. दूसरे चैप्टर को पढ़ने में समय बर्बाद ना करें. परीक्षा के लिए पूरी रात जगाकर पढ़ाई करना घातक हो सकता है. क्योंकि, नींद पूरी नहीं होने से आपका दिमाग ठीक से काम नहीं करता. परीक्षा की तैयारी के लिए पिछले 2-3 सालों के प्रश्नपत्र भी देख लेने चाहिए. ताकि, आपको इस बात का अंदाज लग जाए कि किसी तरह के सवाल आपके सामने आ सकते हैं.

स्वास्थ्य का रखें ख्याल
एक्सपर्ट का कहना है कि अक्सर देखा जाता है बच्चे परीक्षा के दौरान अपनी दिनचर्या बदल लेते है. ऐसे में आपका शरीर अचानक हुए इस बदलाव को समझ नहीं पाता. जिससे अनिंद्रा, तनाव और भूख न लगना इत्यादि के कारण बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है. परीक्षा के दौरान बच्चे हंसना और खेलना छोड़ देते हैं. इसलिए इन चीजों के लिए थोड़ा सा समय जरूरी निकाले. यह आपके मन और मस्तिष्क को शांत और तरोताजा रखेगा. जिससे आपके शरीर में ऊर्जा का संचार बढ़ेगा.

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रुद्रपुरः 10 वीं और 12 वीं की बोर्ड परीक्षाएं जल्द ही शुरू होने वाली है. ऐसे में तमाम स्टूडेंट्स अपनी-अपनी बोर्ड परीक्षा की तैयारियों में जुट गए है. बोर्ड परीक्षाओं को लेकर बच्चों के अलावा अभिभावकों में खासा दवाब रहता है और अक्सर परीक्षा के मौके पर बच्चे तनाव में आ जाते है. हालांकि, तनावग्रस्त होकर किसी भी कार्य के बेहतर परिणाम नहीं निकल सकते. तो आइए जानते हैं कैसे करें परीक्षा की तैयारी? 

बोर्ड परीक्षा के नजदीक आते ही अक्सर पूरे घर का माहौल बदल जाता है. परीक्षा के नाम से ही अधिकांश स्टूडेंट्स घबराने लगते है. इसी घबराहट के कारण अक्सर बच्चे डिप्रेशन में आ जाते है. बोर्ड परीक्षा की तैयारी कैसे करें और कौन सी टिप्स बच्चों के प्रदर्शन को और बेहतर बना सकती है. ईटीवी भारत ने जानकारों से राय ली. 

क्या कहते हैं एक्सपर्ट  

प्रिंसिपल सतीश कुमार अरोड़ा बताते है कि परीक्षा को लेकर तनावमुक्त रहना आसान नहीं है. लेकिन, किसी भी कठिन से कठिन कार्य को करने के लिए आपका खुश रहना जरूरी है. परीक्षा की तैयारी कोई एक दिन का कार्य नहीं है. हमें रूटीन बनाना होता है. और परीक्षा आने तक अपना सिलेबस पूरा करना होता है. हालांकि, यह जरूरी नहीं है कि आपका सिलेबस पूरा हो. हमें ध्यान रखना होता है कि अभी तक हमारा कितना सिलेबस पूरा हुआ है. 70 से 80 फीसदी भी अगर पूरा है तो अच्छा है. इसमें तनाव में आने वाली कोई बात नहीं है.

सिलेबस का रिवीजन जरूर करें

एक्सपर्ट का कहना है कि परीक्षा के दौरान कुछ नया पढ़ने से बेहतर है कि जो आपने पहले पढ़ा है उसका रिवीजन कर लें. दूसरे चैप्टर को पढ़ने में समय बर्बाद ना करें. परीक्षा के लिए पूरी रात जगाकर पढ़ाई करना घातक हो सकता है. क्योंकि, नींद पूरी नहीं होने से आपका दिमाग ठीक से काम नहीं करता. परीक्षा की तैयारी के लिए पिछले 2-3 सालों के प्रश्नपत्र भी देख लेने चाहिए. ताकि, आपको इस बात का अंदाज लग जाए कि किसी तरह के सवाल आपके सामने आ सकते हैं.  

स्वास्थ्य का रखें ख्याल

एक्सपर्ट का कहना है कि अक्सर देखा जाता है बच्चे परीक्षा के दौरान अपनी दिनचर्या बदल लेते है. ऐसे में आपका शरीर अचानक हुए इस बदलाव को समझ नहीं पाता. जिससे अनिंद्रा, तनाव और भूख न लगना इत्यादि के कारण बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है. परीक्षा के दौरान बच्चे हंसना और खेलना छोड़ देते हैं. इसलिए इन चीजों के लिए थोड़ा सा समय जरूरी निकाले. यह आपके मन और मस्तिष्क को शांत और तरोताजा रखेगा. जिससे आपके शरीर में ऊर्जा का संचार बढ़ेगा.


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Last Updated : Feb 19, 2019, 7:25 PM IST
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