बाजपुर: जहां प्रदेश में डेंगू मच्छर के डंक से बचने के लिये युद्धस्तर पर कार्य करने के दावे किये जा रहे हैं. वहीं कई नैनीहाल डेंगू और मलेरिया के साये में पढ़ने को मजबूर हैं. आलम यह है कि स्कूल के बच्चे, भोजन माताएं और शिक्षक गंदे पानी को पार कर कक्षाओं तक पहुंच रहे हैं. लेकिन प्रशासन अबतक स्कूल के भीतर जमा इस पानी की निकासी नहीं करवा पाया है.
सुल्तानपुर पट्टी का उर्दू मीडियम स्कूल यहां पढ़ने वाले 70 छात्र-छात्राओं को बीमारी का न्योता दे रहा है. डॉक्टरों की मानें तो जहां-जहां पानी इकट्ठा होता है, वहां मलेरिया व डेंगू के मच्छर पनपते हैं. लेकिन इस उर्दू स्कूल परिसर में प्रशासन की लापरवाही के चलते लंबे समय से पानी जमा है. ऐसे में अब बच्चों और शिक्षकों पर डेंगू के साथ ही अन्य बीमारियों का खतरा भी मंडराने लगा है.
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उधम सिंह नगर के सुल्तानपुर पट्टी के पीएचसी अधीक्षक डॉ. सत्यप्रकाश इस उर्दू विद्यालय में बच्चों को डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों से जागरूक करने के लिये पहुंचे थे. लेकिन स्कूल में जमा पानी को देखकर वे हैरान हो गये. जिसके बाद उन्होंने सहायक अध्यापक दीपक कुमार को जमकर फटकार लगाई.
वहीं दीपक कुमार ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में उच्चाधिकारियों और ईओ को पानी की निकासी के लिये बोला था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. वहीं इस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे गंदे पानी को पार कर स्कूल पहुंच रहे हैं.