सितारगंज: इलाज के नाम पर मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वाला एक झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापेमारी की. इस दौरान चेकिंग में डॉक्टर बिना पंजीकरण के ही अपना क्लीनिक संचालित कर रहा था. साथ ही इलाज के नाम पर लोगों की जेब लूट रहा था. वहीं, कागजात ना मिलने पर टीम ने क्लीनिक को सील कर दिया है.
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जानकारी के मुताबिक, स्वास्थ्य विभाग की टीम डिप्टी सीएमओ डॉ. अविनाश खन्ना के नेतृत्व में नगर पहुंची. टीम ने नहर पार क्षेत्र में चल रहे क्लीनिक पर छापा मारकर कागजात मांग तो आयुर्वेदिक दवाइयों की डिस्ट्रिब्यूशनशीप का कागज दिखाया गया. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने बगैर पंजीकरण के चल रहे क्लीनिक को सील कर दिया. इस दौरान तहसीलदार जगमोहन त्रिपाठी भी मौजूद रहे.
वहीं, अविनाश खन्ना ने बताया कि क्लीनिक का रजिस्ट्रेशन नहीं कराया गया था. पूर्व में क्लीनिक स्वामी को नोटिस व जुर्माना भी लगाया गया था. लेकिन क्लीनिक स्वामी ने नोटिस का जवाब नहीं दिया. इस बीच क्लीनिक को लेकर शिकायतें भी आई थी. शनिवार को जांच के दौरान कागजात उपलब्ध नहीं कराए जाने पर क्लीनिक को सील कर दिया गया.