काशीपुर: लोगों की समस्या सुनने के लिए मंगलवार को थाना दिवस पर डीआईजी कुमाऊं जगतराम जोशी काशीपुर कोतवाली पहुंचे, लेकिन ये थाना दिवस मात्र शोपीस बनकर रह गया. घंटों बैठने के बाद भी दो-चार फरियादी ही अपनी समस्या लेकर थाना दिवस में पहुंचे.
ये हालत तब है जब पुलिस ने तीन दिन पहले ही मीडिया और अन्य माध्यमों से काशीपुर कोतवाली में थाना दिवस लगने की सूचना दी थी. डीआईजी कुमाऊं भी समय से कोतवाली पहुंचे गए थे, लेकिन 12 बजे तक केवल चार फरियादी ही अपनी समस्या लेकर थाना दिवस में पहुंचे थे.
जब इस बारे में डीआईजी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ठंड के चलते या समस्याओं के न होने के कारण फरियादी नहीं पहुंचे हैं. डीआईजी ने इसके लिए अधिकारियों की पीठ भी थपथपाई. उन्होंने कहा कि पुलिस अच्छा काम कर रही है, इसलिए लोग समस्या लेकर थाना दिवस में नहीं आ रहे हैं.
इन समस्याओं को लेकर आए फारियदी
थाना दिवस में डीआईजी के समक्ष मुख्य बाजार स्थित घास मंडी में पुलिस पिकेट लगाये जाने, शुगर फैक्ट्री में सुरक्षा बढ़ाये जाने के साथ ही वहां लावारिस वाहनों को न खड़े किये जाने, कटोराताल क्षेत्र में कच्ची शराब की बिक्री पर रोक लगाये जाने जैसी समस्याएं सामने आयी.
नगर के अधिवक्ता मयंक गुप्ता ने डीजीपी से मुलाकात कर उनके निवासी पर हुई अक्टूबर 2018 में चोरी के मास्टर माइंड पति-पत्नी के अब तक न पकड़े जाने की बात कही. जिस पर डीआईजी ने कोतवाल चंद्र मोहन सिंह को उक्त मामले में कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
कोतवाली में सफाई की हाल देख भड़के डीआईजी
कोतवाली में फैली अव्यवस्थाओं और सफाई का हाल देखकर डीआईजी नाराज हुए. उन्होंने काशीपुर कोतवाल चन्द्र मोहन सिंह से कहा इतने पुलिसकर्मियों के बावजूद भी कोतवाली में सफाई न होना शर्मनाक है.