खटीमा: वन विभाग ने जंगलों में पोचिंग (अवैध तरीकों से हो रहे शिकार) रोकने के लिए वन चौकियां बनाई है. जिसमें वन कर्मी रहते है. इन वन कर्मियों को हाथी व अन्य जंगली जानवरों के खतरे से बचाने के लिए विभाग अब एंटी पोचिंग वन चौकियों को सोलर पावर फेंसिंग से लैस करने जा रहा है. जंगलों में हाथियों और अन्य जानवरों का आंतक है. हाथियों के गुस्से का शिकार आम लोगों के साथ वन कर्मी भी होते रहते हैं.
वहीं, जनपद के जंगलों में पोचिंग की बढ़ रही घटनाओं को रोकने के लिए वन विभाग द्वारा जंगलों के बीचों-बीच में पोचिंग चौकियां भी बनाई गई है. बता दें कि, दक्षिणी जौलासाल वन रेंज में वन विभाग द्वारा ने पोचिंग को रोकने के लिए जंगल के बीचों-बीच एक वन चौकी का निर्माण किया है.
वन चौकी में रह रहे वन कर्मियों को हाथियों के आंतक से बचाने के लिए वन विभाग ने वन चौकी के चारों ओर सोलर पावर फेंसिंग की है. ताकि हाथी व अन्य जंगली जानवर जब भी वन चौकी की ओर बढ़े तो सोलर पावर फेंसिंग से लगे बिजली के झटके से वह दूर चले जाएं.
पढ़ें: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के उड़े होश, 854 पदों के लिए 2 लाख से ज्यादा आवेदन
रेंजर विजय भट्ट ने बताया कि विगत कुछ समय से पोचिंग के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. पोचिंग के मामलों पर रोक लगाने के लिए वन विभाग द्वारा जंगलों में पोचिंग के संदिग्ध स्थानों के पास में वन चौकियां बनाई गई. ताकि वन कर्मी आसानी से संदिग्ध पोचिंग के स्थानों पर रात्रि में गस्त कर सकें. जौला साल वन रेंज में भी कैलोरिया में एंटी पोचिंग वन चौकी बनाई गई है. लेकिन वन विभाग की इस मुहिम के आड़े हाथियों का प्रकोप आ रहा है. जिसके चलते वन चौकी के चारों ओर सोलर पावर फेंसिंग की गई है, ताकि मानव वन्यजीव संघर्ष पर रोक लगाई जा सके.