खटीमा: उधम सिंह नगर के सीमांत क्षेत्र खटीमा के थाना झनकइया में सिपाही के साथ मारपीट का मामला प्रकाश में आया है. थाना इंचार्ज पर मारपीट का आरोप लगा है. मामले की शिकायत के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. मामले में सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया गया है. पूरे मामले की जांच एडिशनल एसपी को दी गई है.
थानेदार और सिपाही के बीच शराब पीकर मारपीट मामले को पुलिस मुख्यालय ने गंभीरता से लेते हुए तत्काल शराबी सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया है. पूरे मामले की जांच उधम सिंह नगर के एडिशनल एसपी को सौंपी गई है. इससे पहले शराब पीकर थानेदार के आवास पर तैनात चौकीदार से मारपीट करने वाले सिपाही ने अपने साथ थानेदार द्वारा मारपीट की शिकायत पुलिस मुख्यालय में की थी.
यह मामला तब सामने आया जब पीड़ित सिपाही की पत्नी ने डीजीपी और मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई. घटना 9 नवंबर रात की है. शिकायत में पीड़ित सिपाही की पत्नी ने बताया कि उनके पति मोहन नेगी झनकइया थाने में सिपाही पद पर तैनात हैं. उनके पति को झनकइया थानाध्यक्ष ने रात में थाने में ही दौड़ा-दौड़ा कर पीटा.
क्यों की पिटाई ?
पीड़ित सिपाही की पत्नी ने शिकायत में बताया कि थानाध्यक्ष के घर में एक चौकीदार काम करता है. वह चौकीदार रात एक बजे नेपाल से तस्करों को पुलिस की लोकेशन बता रहा था, जिसकी शिकायत उनके पति ने चौकी इंचार्ज से की. इस बात से नाराज होकर थानाध्यक्ष ने उनके पति मोहन नेगी पर गलत आरोप लगाकर मारपीट की. शिकायत में महिला ने बताया कि मारपीट इस कदर की गई है कि उंगली टूट गई है. सिर और पैर पर भी गंभीर चोटें आई हैं.
थानाध्यक्ष प्रदीप राणा ने दी सफाई
उधर, इस पूरे मामले में आरोपी थानाध्यक्ष प्रदीप राणा का कहना है कि सिपाही मोहन नेगी शराब पीकर अपने साथ के सिपाहियों से बदतमीजी कर रहा था. जिस पर उसका मेडिकल कराकर रिपोर्ट एसएसपी को भेज दी थी. इस पर उसे लाइन हाजिर कर दिया गया है.
सीओ खटीमा को सौंपी गई जांच
वहीं इस मामले में डीजी (अपराध व कानून व्यवस्था) अशोक कुमार ने साफ तौर पर कहा कि ड्यूटी के दौरान शराब पीकर इस तरह मारपीट करना किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. वर्दी एक अनुशासन का परिचायक है. सिपाही ने पहले थानेदार के चौकीदार को पीटा और उसके बाद थानेदार द्वारा सिपाही को पीटने का मामला संज्ञान में आया है, उसे गंभीरता से लेते हुए सिपाही को लाइन हाजिर किया गया है, जबकि पूरे मामले की जांच उधम सिंह नगर के एडिशनल एसपी को सौंपी गई है. जांच पूरी होने के बाद विभागीय कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.