बाजपुर: उधम सिंह नगर की बाजपुर तहसील में अनुसूचित जाति प्रमाण-पत्र को लेकर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. फर्जी बिजली बिल के आधार पर अनुसूचित जाति प्रमाण-पत्र बनाए जाने के विरोध में नगर पालिका चेयरमैन गुरजीत सिंह गित्ते ने तहसीलदार जोगा सिंह का घेराव किया और पत्र निरस्त करने की मांग की. इस दौरान दोनों में तीखी झड़प हुई. जिसके बाद तहसीलदार द्वारा जांच का आश्वासन देने पर मामला शांत हुआ.
बता दें, मामला विधानसभा बाजपुर क्षेत्र के ग्राम लूधपुरा मडिया बक्शी का है. जहां पर निवासी मनदीप कौर पत्नी जसपाल सिंह ने 30 सितंबर को तहसीलदार जोगा सिंह को लिखित में शिकायत की थी. शिकायत में दर्शाया गया था 24 सितंबर को अनुसूचित जाति प्रमाण-पत्र सरोज पत्नी राजवीर द्वारा बनवाया गया था. जिसके बाद एसडीएम एपी बाजपाई ने इस शिकायत का संज्ञान लेते हुए विद्युत विभाग को जांच के आदेश दिये थे. जिसके बाद विद्युत विभाग ने अपनी रिपोर्ट एसडीएम के समक्ष पेश की. जिसमें कहा गया था कि उक्त बिजली कनेक्शन विभाग में दर्ज नहीं है. ऐसे में जांच अधिकारी तहसीलदार जोगा सिंह ने जाति प्रमाण-पत्र को निरस्त करने के आदेश दिए हैं.
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इस मामले में चेयरमैन गुरजीत सिंह गित्ते का कहना है कि जाति प्रमाण-पत्र को लेकर तहसील में भ्रष्टाचार का बोलबाला है. यहां पर दलालों के माध्यम से जाति आय और स्थाई प्रमाण पत्र बनवाए जा रहे हैं. उन्होंने तहसीलदार जोगा सिंह से जाति प्रमाण पत्रों पर जिन पीड़ित लोगों द्वारा आपत्तियां लगाई गई हैं, उनकी निष्पक्ष जांच कर उन प्रमाण पत्रों को निरस्त करने की मांग की है. साथ ही तहसील में घूम रहे दलालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
वहीं, इस मामले में तहसीलदार जोगा सिंह ने बताया कि अनुसूचित जाति प्रमाण-पत्र फर्जी बिल के आधार पर बनाए जाने को लेकर उन्होंने लेखपाल व कानूनगो से स्पष्टीकरण मांगा है.