ETV Bharat / state

उधम सिंह नगर: खाली पड़े हैं प्रवक्ताओं और एलटी के पद, अंधकार में छात्रों का भविष्य - शिक्षा मंत्री

शिक्षा मंत्री के गृह जनपद उधम सिंह नगर में सैकड़ों की तादात में प्रवक्ताओं और एलटी के पद खाली चल रहे हैं. शिक्षा अधिकारी को कई बार अवगत कराने के बाद भी पदों की भर्ती नहीं की गई है.

उधम सिंह नगर में लंबे समय से खाली हैं प्रवक्ताओं और एलटी के पद.
author img

By

Published : Aug 13, 2019, 8:14 PM IST

उधम सिंह नगर: प्रशासन के लाख दावों के बाद भी शिक्षा विभाग बेहतर शिक्षा देने में नाकामयाब हो रहा है. शिक्षा विभाग के मुखिया के गृह जनपद में ही शिक्षकों का कमी लगी हई है.

जनपद का शिक्षा विभाग देश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है. इसकी बानगी सूबे के शिक्षा मंत्री के गृह जनपद में देखने को मिल रहा है. शिक्षा मंत्री के जनपद में एक नहीं बल्कि सैकड़ों की तादात में प्रवक्ताओं और एलटी के पद लंबे समय से खाली चल रहे हैं. जिले के अधिकारी शासन को कई बार अवगत कराया जा चुका है, लेकिन शिक्षक तो दूर प्रधानाचार्य व प्रधानाध्यापक भी चयनित नहीं किए गए हैं. जिले में प्रवक्ता पद में 120 अध्यापक रिक्त चल रहे हैं, जबकि एलटी में 247 अध्यापकों के पद खाली हैं.

उधम सिंह नगर में लंबे समय से खाली हैं प्रवक्ताओं और एलटी के पद.

यह भी पढ़ें: पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल, 2 निरीक्षक सहित 15 उपनिरीक्षकों के हुए तबादले

स्कूलों में अध्यापक न होने के चलते छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. जिले के कई ऐसे स्कूल हैं जो प्रधानाचार्य ओर अध्यापकों के बिना ही चल रहे हैं. यही हाल जिले के विभिन्न हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में तैनात प्रवक्ताओं को एलटी के टीचरों का है.

वहीं, जिले के शिक्षा अधिकारी ए के सिंह ने बताया कि लंबे समय से खाली चल रहे अध्यापकों के पद की वजह से छात्रों की शिक्षा में बुरा परिणाम देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि कई बार विभाग को इस बारे में अवगत कराया गया. लेकिन अब तक किसी भी शिक्षकों को तैनात नहीं किया गया है.

उधम सिंह नगर: प्रशासन के लाख दावों के बाद भी शिक्षा विभाग बेहतर शिक्षा देने में नाकामयाब हो रहा है. शिक्षा विभाग के मुखिया के गृह जनपद में ही शिक्षकों का कमी लगी हई है.

जनपद का शिक्षा विभाग देश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है. इसकी बानगी सूबे के शिक्षा मंत्री के गृह जनपद में देखने को मिल रहा है. शिक्षा मंत्री के जनपद में एक नहीं बल्कि सैकड़ों की तादात में प्रवक्ताओं और एलटी के पद लंबे समय से खाली चल रहे हैं. जिले के अधिकारी शासन को कई बार अवगत कराया जा चुका है, लेकिन शिक्षक तो दूर प्रधानाचार्य व प्रधानाध्यापक भी चयनित नहीं किए गए हैं. जिले में प्रवक्ता पद में 120 अध्यापक रिक्त चल रहे हैं, जबकि एलटी में 247 अध्यापकों के पद खाली हैं.

उधम सिंह नगर में लंबे समय से खाली हैं प्रवक्ताओं और एलटी के पद.

यह भी पढ़ें: पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल, 2 निरीक्षक सहित 15 उपनिरीक्षकों के हुए तबादले

स्कूलों में अध्यापक न होने के चलते छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. जिले के कई ऐसे स्कूल हैं जो प्रधानाचार्य ओर अध्यापकों के बिना ही चल रहे हैं. यही हाल जिले के विभिन्न हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में तैनात प्रवक्ताओं को एलटी के टीचरों का है.

वहीं, जिले के शिक्षा अधिकारी ए के सिंह ने बताया कि लंबे समय से खाली चल रहे अध्यापकों के पद की वजह से छात्रों की शिक्षा में बुरा परिणाम देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि कई बार विभाग को इस बारे में अवगत कराया गया. लेकिन अब तक किसी भी शिक्षकों को तैनात नहीं किया गया है.

Intro:summry - लाख दावे कर ले शिक्षा विभाग बेहतर शिक्षा देने की जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है शिक्षा विभाग के मुखिया के गृह जनपद में ही शिक्षकों का टोटा लगा हुआ है।

एंकर - शिक्षा विभाग किस तरह से देश के भविष्यो के साथ खिलवाड़ कर रहा है इसकी बानगी सूबे के शिक्षा मंत्री के गृह जनपद में देखने को मिल रहा है। शिक्षा मंत्री के जनपद में एक नही दो नही बल्कि सैकड़ो की तादात में प्रवक्ताओं ओर एलटी के पद लम्बे समय से रिक्त चल रहे है। जिले के अधिकारी शासन को कई बार अवगत करा चुके है। लेकिन शिक्षक तो दूर प्रधानाचार्य व प्रधानाध्यापक भी रिक्त चल रहे है।


Body:वीओ - शिक्षा व्यवस्था का कितना बुरा हाल है इस बात का अंदाजा उधम सिंह नगर जिले से लगाया जा सकता है शिक्षा विभाग के मुखिया व शिक्षा मंत्री के गृह जनपद में पिछले लंबे समय से अधिकारी, प्रधानाचार्य ओर शिक्षको का टोटा लगा हुआ है। अब इसका असर बच्चो में दिखाई देने लगा है। आलम ये है कि स्कूलों में अध्यापक ना होने के चलते बच्चो की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। ऐसा नही की विभाग द्वारा शिक्षकों की तैनातगी के लिए विभाग द्वारा प्रयास न किये हो बावजूद इस के लम्बे समय से जिले के कई ऐसे स्कूल है जो प्रधानाचार्य ओर अध्यापकों के बीना ही चल रहे है। आकड़ो में नज़र दौड़ाई जाए तो जिले में इंटरमीडिएट 58 विद्यालय संचालित किए जा रहे है। जिसमे 26 प्रधानाचार्य ही कार्यरत है। यही हाल 10वी तक संचालित स्कूलों का है जिले में 66 स्कूल दसवीं तक है जिसमें 31 प्रधानाध्यापक ही कार्यरत है।
यही हाल जिले के विभिन्न हाईस्कूल ओर इंटरमीडिएट में तैनात प्रवक्ताओं को एलटी के टीचरों का है।
प्रवक्ता
स्वीकृत कार्यरत रिक्त
प्रवक्ता पुरुष - 420 358 62
प्रवक्ता महिला - 137 79 58

एलटी
एलटी पुरुष - 831 667 164
एलटी महिला - 229 146 83

जिले में प्रवक्ता पद में 120 अध्यापक रिक्त चल रहे है जबकि एलटी में 247 अध्यापकों के रिक्त पद चल रहे है।
वही जिले के शिक्षा अधिकारी एके सिंह ने बताया कि लम्बे समय से जिले में कई महत्वपूर्ण पद रिक्त चल रही है अब इसका असर बच्चों के परीक्षाफल में भी पड़ने लगा है कई बार विभाग को इस बारे में अवगत भी करा दिया गया लेकिन अब तक किसी भी शिक्षकों को जिले में तैनात नहीं किया गया है। यही नही जिले के कई स्थानों में उप शिक्षा अधिकारी भी रिक्त चल रहे है।

बाइट - एके सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी।


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.