जसपुरः बीते सात साल पुराने हाई-वे जाम करने के मामले में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय और तीन विधायक समेत 22 लोगों पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है. कोर्ट ने मामले पर सरकार की मुकदमे वापस लेने की याचिका को खारिज कर दिया है. साथ ही गैर जमानती वारंट भी जारी किया था. वहीं, अब पुलिस ने गिरफ्तारी को लेकर सात सब इंस्पेक्टर की टीमें गठित कर दी है.
बता दें कि, साल 2012 में लापता युवती की बरामदगी को लेकर तत्कालीन बीजेपी नेता और वर्तमान में जसपुर से कांग्रेस विधायक आदेश चौहान, रुद्रपुर के बीजेपी विधायक राजकुमार ठुकराल, विधायक अरविंद पांडे, काशीपुर के बीजेपी विधायक हरभजन सिंह चीमा समेत कई लोगों ने प्रदर्शन कर सुभाष चौक पर हाई-वे कई घंटों के लिए जाम कर दिया था.
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जिस पर तत्कालीन एएसपी जगतराम जोशी ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया था. साथ ही पुलिस ने हाई-वे जाम करने वाले लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. जो काशीपुर के अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में विचाराधीन है.
वहीं, प्रदेश सरकार ने कोर्ट से मुकदमे वापस लेने को लेकर अनुरोध किया था. जिस पर कोर्ट ने एक हफ्ते पहले सरकार के अनुरोध को खारिज कर दिया था. साथ ही सभी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए थे. हालांकि, इससे पहले पुलिस दो लोगों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर चुकी है.
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उधर, अब सफेदपोश नेताओं को गिरफ्तार करना पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है. हालांकि, टीमें गठित होने के बाद पुलिस जल्द गिरफ्तार करने की बात कर रही है. ऐसे में अब देखने वाली बात ये होगी कि पुलिस मामले पर क्या रुख अपनाती है.