रुद्रपुरः आपराधिक घटनाओं में अब पुलिस भी वैज्ञानिक तरीके से साक्ष्यों को जुटा सकती है. इसके लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला में कुमाऊं मंडल के 6 जिलों के करीब 200 अधिकारियों और दारोगाओं को पांच दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है. पहले दिन जिले के 36 दारोगाओं को प्रशिक्षण दिया गया. साथ ही सभी को DNA से संबंधित किट भी वितरित की जाएगी.
रुद्रपुर में क्षेत्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला में SAEC (सेक्सुअल असाल्ट एविडेंस कलेक्शन किट) प्रशिक्षण शुरू हो गया है. कुमाऊं के 6 जिलों में करीब 200 दारोगाओं और अधिकारियों को इसका प्रशिक्षण दिया जाना है. पहले दिन उधमसिंह नगर जिले के 36 दारोगाओं को इसका प्रशिक्षण दिया गया. इस दौरान विधि विज्ञान प्रयोगशाला के संयुक्त निदेशक डॉ. दयाल शरण ने किट की बारीकी से जानकारियां दी.
ये भी पढ़ेंः लॉकडाउन में सड़क पर पार्टी करने वाले तीन फौजी गिरफ्तार, मारपीट का भी आरोप
संयुक्त निदेशक डॉ. दयाल शरण ने बताया कि महिलाओं से संबंधित अपराध, हत्या, बलात्कार जैसे अपराधों में वैज्ञानिक यानी DNA से संबंधित साक्ष्यों जैसे बाल, रक्त, सीमन, हड्डी, दांत टिशू आदि को किस तरह कलेक्ट कर सकते हैं, इसका प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रशिक्षण के बाद तमाम दारोगा इस किट के माध्यम से तमाम साक्ष्यों के संकलन कर सकते हैं. जिससे पीड़ित व्यक्ति को जल्द से जल्द न्याय मिल सके.