काशीपुर: पूरे देश में कोरोना ने हाहाकार मचाया रखा है. कोरोना की वजह से गरीब आदमी के सामने दो वक्त की रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. वहीं, लगातार बढ़ती महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है. अब ऐसे में गरीब आदमी के लिए अपने परिवार का पालन-पोषण करना मुश्किल हो रहा है.
काशीपुर की जनता का कहना है कि आम आदमी का जीना दूभर हो गया है. दाल, सब्जी हो या फिर तेल सभी के दाम आसमान छू रहे हैं. बढ़ती महंगाई ने आम आदमी को भुखमरी की कगार पर खड़ा कर दिया है, लेकिन सरकार कुछ सुनने को तैयार नहीं है.
बढ़ती मंहगाई ने महिलाओं की रसोई का भी बजट बिगाड़ दिया है. महिला वर्ग का कहना है कि देश में पहले से ही कोरोना ने सभी व्यापार और कामकाज पर रोक लगा दी है. अब इस मंहगाई की वजह से रसोई का बजट बिगड़ गया है. पहले घर का खर्चा कम पैसे में चल जाया करता था, लेकिन अब किसी घरेलू सामान को बाजार से लाने के लिए 10 बार सोचना पड़ता है. सरकार को जनता का बारे में कुछ सोचना चाहिए.
ये भी पढ़ें: अनुकृति गुसाईं ने जरूरतमंदों के लिए भेजा राशन किट, लोगों से की आगे आने की अपील
वहीं, आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. यूनुस चौधरी ने भी बढ़ती महंगाई को लेकर भाजपा पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार, तानाशाह सरकार है. भाजपा की कथनी और करनी में अंतर है. ये गरीबों का भला नहीं चाहती. ये अमीरों की सरकार है. जनता सब जान गई है, इसका जवाब जनता आगामी विधानसभा चुनाव में देगी.
बढ़ती महंगाई को लेकर भाजपा कार्यकर्ता शीतल जोशी ने कहा कि जो दालें भाजपा सरकार से पहले 130 ओर 140 रुपए किलो थीं वो आज 80 और 90 रुपए किलो हैं. वहीं, कोरोना महामारी के चलते बाहर से कच्चा तेल आने में परेशानी हो रही है. इस वजह से तेल महंगा हो रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता के हित में और जनता के बीच में रहकर काम कर रहे हैं. वहीं, अब सोचने वाली बात ये है कि कब तक आम जनता को कोरोना और महंगाई की दोहरी मार झेलनी पड़ेगी.