काशीपुर: सत्ता का लालच क्या होता है, यह काशीपुर में देखा जा सकता है. ऐसा ही एक मामला त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में सामने आया है. यहां एक महिला प्रत्याशी के परिजनों ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए वोट पाने के लिए ऐसा लालच दिया, जिसे सुनकर आप हैरान हो जाएंगे. यहां वोट के लिए कब्रिस्तान को जमीन देने का मामला सामने आया है.
इसकी चर्चा काशीपुर के साथ-साथ जसपुर में भी है लेकिन चुनाव आयोग का ध्यान इस ओर नहीं है. उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का बिगुल पूरी तरह से बज चुका है, जिसके चलते प्रत्याशी पर्चे दाखिल कर रहे हैं और रूठे हुए लोगों को मनाने का काम किया जा रहा है.
जसपुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बेलजुड़ी में एक अनोखा मामला सामने आया है. ग्राम बेलजुड़ी में प्रधान पद के लिए सरफराज चौधरी की पत्नी रूही नाज ने पर्चा दाखिल किया है. प्रधान पद पाने के लिए सरफराज चौधरी द्वारा गांव के कब्रिस्तान को तीन बीघा जमीन दान में दे दी गई है, जिसकी कीमत करीब एक करोड़ रुपये बताई जा रही है.
प्रत्याशी के परिजनों ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा मांग की गई थी कि अगर कोई प्रत्याशी गांव के कब्रिस्तान को जमीन दान देगा तो उसे निर्विरोध ग्राम प्रधान चुना जाएगा, जिसके बाद सत्ता के लालच में प्रत्याशी के पति सरफराज चौधरी और उसके परिजनों ने जमीन दान में दे दी.
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वहीं जब इस मामले में जसपुर विधानसभा के चुनाव अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू है. अगर किसी प्रत्याशी या उसके समर्थक द्वारा आचार संहिता का उल्लंघन करने का मामला सामने आएगा तो उस प्रत्याशी के विरुद्ध कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.