पौड़ी/खटीमा: कोरोना काल में सरकारी अस्पतालों में भर्ती किए गए आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को निकाले जाने से नाराज कर्मियों ने खटीमा नागरिक चिकित्सालय में प्रदर्शन किया. वहीं, कांग्रेस विधायक भुवन कापड़ी ने भी धरना स्थल पर पहुंचकर आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को अपना समर्थन दिया. वहीं, पौड़ी जिले में 195 कर्मचारियों ने डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्रियों का ज्ञापन सौंपा.
उधम सिंह नगर के जनपद सीमांत क्षेत्र खटीमा के नागरिक चिकित्सालय में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने अपना कार्यकाल ना बढ़ाए जाने के विरोध में धरना प्रदर्शन किया. वहीं, कांग्रेस विधायक भुवन कापड़ी नागरिक चिकित्सालय पहुंचकर धरने पर बैठे और कोरोना वॉरियर्स को अपना समर्थन दिया.
कर्मचारियों का कहना है कि सरकार ने हमारा कोविड काल में इस्तेमाल किया और अब यह कह कर निकाल दिया गया है कि कोरोना खत्म हो चुका है. कोविड काल में सेवाएं देते हमने अपने परिजनों को भी कोरोना पॉजिटिव होने पर खोया है. सरकार हमारा उपयोग करने के बाद अब हमें नौकरी से निकाल कर अन्याय कर रही है.
खटीमा विधायक भुवन कापड़ी ने कहा आउटसोर्स कर्मचारियों को सरकार को स्थायी करना चाहिए और इनका वेतन निर्धारित कर इन्हें बेरोजगार होने से बचाना चाहिए. वह इस मुद्दे को वह विधानसभा में भी उठाएंगे और राज्य सरकार के सामने रखेंगे.
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वहीं, पौड़ी जिले के स्वास्थ्य विभाग में तैनात 195 आउटसोर्स कर्मियों की सेवा समाप्त होने के बाद आक्रोशित कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. आक्रोशित कर्मचारियों ने डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया.
इस दौरान क्षेत्रीय विधायक राजकुमार पोरी ने आंदोलनरत कर्मचारियों से मुलाकात की. कर्मचारियों ने कहा प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान उनकी जान खतरे में डालकर उनसे काम लिया. कोविड काल समाप्त होने के बाद अब सरकार ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया है. कई परिवार आउटसोर्स कर्मचारियों के वेतन पर ही निर्भर हैं. जिससे उनके समक्ष आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. इस दौरान विधायक राजकुमार पोरी ने कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि मामले पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री से वार्ता कर बीच का मार्ग निकाला जाएगा.