काशीपुरः प्रदेश में इन दिनों गर्मी की तपिश कहर बरपा रही है. पारा चढ़ने के कारण लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है. हीट स्ट्रोक के चलते लोग बेहोश हो रहे हैं. इसी क्रम में महाराणा प्रताप चौक स्थित एक कॉलेज में कई छात्राएं बेहोश होकर गिर पड़ीं. कॉलेज प्रबंधन ने आनन-फानन में छात्राओं को प्राथमिक उपचार के बाद उनके परिजनों को सूचना दी. वहीं, छात्राओं के बेहोश होने की खबर मिलते ही नगर के समाजसेवियों ने स्कूल पहुंचकर प्रधानाचार्य से मुलाकात की. इस दौरान मामले को लेकर नोकझोंक भी देखने को मिली.
जानकारी के मुताबिक मंगलवार को महाराणा प्रताप चौक के पास स्थित राजकीय कन्या इंटर कॉलेज में छुट्टी से पहले छात्राएं बेहोश होकर गिरने लगीं. एक के बाद एक तीन छात्राएं गश खाकर स्कूल परिसर में गिर गईं. मौके पर प्रधानाचार्य डॉ. मीनाक्षी ने स्कूल में प्राथमिक इलाज कराया. साथ ही इसकी सूचना छात्राओं के परिजनों को दी. जिसके बाद छात्राओं के परिजनों ने स्कूल पहुंचकर उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले गए.
प्रत्यक्षदर्शी भाजयुमो नेता रवि पाल ने बताया कि कॉलेज से बेहोशी की हालत में तीन छात्राएं एक-एक कर स्कूल से बाहर लाई गईं. जहां एक छात्रा कॉलेज के बाहर अपने परिजनों का इंतजार करती रही. जबकि दो छात्राओं को ई-रिक्शा के माध्यम से इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया.
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वहीं, मामले को लेकर भाजयुमो नेता रवि पाल समेत स्थानीय लोग स्कूल पहुंचकर प्रधानाचार्य से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने प्रधानाचार्य से मामले पर सही कदम उठाने को कहा. उन्होंने प्रधानाचार्या पर बहानेबाजी कर मामले से पल्ला झाड़ने का भी आरोप लगाया. हालांकि इस दौरान व्यवस्था को लेकर उनकी प्रधानाचार्य से तीखी नोकझोंक भी हुई.
उधर, मामले पर डॉ. मीनाक्षी का कहना है कहा कि रमजान में रोजा रखने के कारण छात्राएं बेहोश हो रही हैं. बेहोश छात्राओं को प्राथमिक उपचार के बाद पेरेंट्स को सौंपा जा रहा है. उन्होंने कहा कि इनदिनों स्कूल में परीक्षाएं चल रही हैं. ऐसे में स्टॉफ परीक्षा में तैनात है. गेट के बाहर की जिम्मेदारी उनकी नहीं है.