खटीमा: नगर के बनबसा सीमा पर भारत-नेपाल मैत्री बस सेवा के नाम से दो दर्जन से अधिक बसों का अवैध संचालन हो रहा है. जिसको लेकर स्थानीय लोगों, व्यापारियों और टैक्सी यूनियन ने मिलकर विरोध जताया है. इस दौरान अवैध रूप से संचालित बसों को रोककर व्यापारियों ने जोरदार प्रदर्शन किया. वहीं इस हंगामे के बाद परिवहन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई. साथ ही दो नेपाली बसों को सीज कर दिया.
बता दें कि उत्तराखंड के बनबसा स्थित भारत-नेपाल बॉर्डर पर इंडो-नेपाल मैत्री बस सेवा के नाम से अवैध बसों का संचालन किया जा रहा है. वहीं टूरिस्ट बसों की आड़ में लगभग दो दर्जन नेपाली बसें दिल्ली से देहरादून मार्ग पर सवारियों को ढोने का काम कर रही हैं. बनबसा के स्थानीय व्यापारियों, होटल व्यवसायियों और टैक्सी यूनियन ने अवैध रूप से संचालित इन बसों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. वहीं विरोध की सूचना पर एआरटीओ और आयकर विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गये और बसों की चेकिंग शुरू कर दी.
वहीं एआरटीओ एके सिंह ने बताया कि नेपाली बसों से टूरिस्ट परमिट के नाम पर सवारियां ढोई जा रही थीं. वहीं ओवरलोडिंग सहित अन्य यातायात के नियमों का उल्लंघन करने पर दो बसों को सीज किया गया है. वहीं प्रदर्शनकारियों का कहना है कि रोजाना मैत्री बसों की आड़ में पुलिस विभाग की मिलीभगत से दो दर्जन से अधिक बसें चल रही हैं, जबकि वर्तमान में इंडो नेपाल मैत्री बस सेवा के नाम पर पांच परमिट जारी हुए हैं. जिनमें से तीन बसें नेपाल और दो उत्तराखंड रोडवेज की हैं. वहीं एआरटीओ ने कहा कि भविष्य में लगातार बिना वैध परमिट के चल रही बसों के खिलाफ चेकिंग अभियान जारी रहेगा.