काशीपुर: जिले में संयुक्त मजिस्ट्रेट द्वारा अधिवक्ताओं के चैंबरों को ध्वस्त किए जाने के विरोध में बार एसोसिएशन अध्यक्ष धर्मेंद्र तुली के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने विरोध-प्रदर्शन कर अपना विरोध जाहिर किया है.
दरअसल, काशीपुर के उपजिलाधिकारी कार्यालय के बाहर अधिवक्ताओं ने अवैध चैंबर बना रखे थे. बीते 26 जून को संयुक्त मजिस्ट्रेट हिमांशु खुराना ने अवैध चैंबरों को हटाने के लिए अधिवक्ताओं को नोटिस जारी किया था. नोटिस को अधिवक्ताओं ने नजरअंदाज कर दिया.
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इसी बीच एक अधिवक्ता ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर निर्माणों को वैध रूप से बने होने की अपील की थी. उच्च न्यायालय ने अधिवक्ता की अपील को खारिज करते हुए प्रशासन को अवैध निर्माण ध्वस्तीकरण के आदेश दिए. वहीं, हिमांशु खुराना ने बताया कि बीते 9 अगस्त को निर्माण को हटाने के लिए अधिवक्ताओं को अंतिम नोटिस दिया गया था. नोटिस जारी होने के बाद भी अवैध चैंबरों न हटाने पर उच्च न्यायालय के आदेश का पालन करते हुए अवैध चैंबरों को जेसीबी से ध्वस्त करा दिया गया.
इसके चलते आक्रोशित अधिवक्ताओं ने संयुक्त मजिस्ट्रेट हिमांशु खुराना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. इस दौरान बार एसोसिएशन के गेट पर तमाम अधिवक्ता एकत्रित होकर एसडीएम के इस कार्य को गलत बताते हुए अपनी नाराजगी जाहिर की.
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इस दौरान बार एसोसिएशन के अध्यक्ष धर्मेंद्र तुली ने कहा कि संयुक्त मजिस्ट्रेट हिमांशु खुराना का बर्ताव पहले ही दिन से अधिवक्ताओं व आम जनता के प्रति सही नहीं है. उन्होंने कहा कि बदले की भावना से अपने स्थानांतरण के 2 दिन बाद संयुक्त मजिस्ट्रेट ने अधिवक्ताओं के चैंबरों को तुड़वाया है. उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से कार्रवाई न होने पर अधिवक्ता आंदोलनात्मक रणनीति करने के लिए बाध्य होंगे.