काशीपुर: केंद्र और प्रदेश सरकार कोरोना वायरस महामारी के संकट के समय में गरीब और मजदूर तबके के लोगों को राशन उपलब्ध करा रही हैं. लेकिन ऊधम सिंह नगर जिले के काशीपुर में सैकड़ों लोगों को अधिकारियों की लापरवाही के चलते राशन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. आलम यह है कि गरीब लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट मंडराने लगा है. सैकड़ों लोग सरकार से आने वाली मदद का इंतजार कर रहे हैं.
जनपद ऊधम सिंह नगर के कुंडा थाना क्षेत्र में जिन लोगों के पास अपना मकान नहीं है वो गरीब परिवार किराए पर रहकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं. इन लोगों के पास राशन कार्ड नहीं हैं. ये लोग लॉकडाउन के समय में अधिकारियों की राह ताक रहे हैं कि कब सरकारी कर्मचारी उनके पास आएंगे और उन्हें कच्चा राशन उपलब्ध करवाएंगे. बता दें कि केंद्र सरकार ने लॉकडाउन के तीसरे चरण को 17 मई तक बढ़ा दिया था, लेकिन गरीब और असहाय लॉकडाउन की दोहरी मार झेल रहे हैं. उनके पास खाने पीने की कमी लगातार बनी हुई है. ऐसे में इन लोगों को खाना ना मिलने के चलते कई बार भूखे ही सोना पड़ रहा है.
ये भी पढ़े: रुद्रप्रयागः क्वॉरेंटाइन के लिए जाने में दिखाई हेकड़ी तो पड़ी लाठी
सरवर खेड़ा, करनपुर और गिन्नी खेड़ा जैसे गांवों में सैकड़ों ऐसे परिवार हैं, जहां सरकार द्वारा दिया जाने वाला राशन एक बार भी नहीं पहुंचा है. इन लोगों की स्थिति काफी दयनीय है. ऐसे में जिन लोगों के सिर पर आज के दौर में अपना छप्पर भी नहीं है, वह कैसे अधिकारियों की नजर में अपात्र हैं, ये बड़ा सवाल है. प्रधानों ने बताया कि पात्र लोगों की पटवारी ने जो लिस्ट सौंपी है उसमें पटवारियों ने बिना सर्वे किए ही सैकड़ों लोगों के नाम सूची से हटा दिए हैं. यही कारण है कि ये लोग इस योजना के लाभ से वंचित हैं. इसके कारण इन गरीब परिवारों को भोजन की आस में जीवन यापन करना पड़ रहा है.
काशीपुर तहसीलदार विपिन पंत से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमारे क्षेत्र का हेल्पलाइन नंबर 05947-274026 है. लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है. अगर किसी को राहत सामग्री नहीं पहुंच पा रही है तो हमारे हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर सकते हैं. कंट्रोल रूम में जिस तरीके से क्षेत्र की समस्याएं आ रही है, हम उनका निवारण कर रहे हैं. अगर अधिकारियों की लापरवाही सामने आई तो उस पर कार्रवाई की जाएगी.