रुद्रपुर: वन तस्करों की गोली का शिकार हुए वन कर्मी बहादुर का सोमवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. बहादुर की अंतिम यात्रा में वन विभाग के सभी अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे. मृतक के बड़े बेटे वीरेंद्र सिंह ने चिता को मुख्गानि दी.
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बहादुर की अंतिम यात्रा में नैनीताल और हल्द्वानी से डीएफओ, एसडीओ, वन क्षेत्राधिकारी समेत तमाम कर्मचारी मौजूद रहे. डीएफओ आरके सिंह ने बताया कि बाहदुर के परिवार को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और बेटे को नौकरी देने को लेकर शासन स्तर पर रिपोर्ट भेज दी गई है.
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बता दें कि हल्द्वानी के कालाढूंगी से सटे बरहैनी रेंज में 21 जून की आधी रात को वन कर्मियों और वन तस्करों के बीच मुठभेड़ हुई थी. इस दौरान वन कर्मियों की तरफ से एक राउंड फायरिंग की गई थी, जबकि तस्करों की तरफ से आधा दर्जन राउंड फायरिंग की गई थी. इस मुठभेड़ में बीट वॉचर बहादुर और वन कर्मी महेंद्र सिंह को गोली लगी थी. जिसमें बहादुर की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि महेंद्र सिंह घायल हो गए. महेंद्र सिंह का इलाज हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में चल रहा है.