ETV Bharat / state

राजकीय सम्मान के साथ हुआ वनकर्मी बहादुर का अंतिम संस्कार, तस्करों से मुठभेड़ में गई थी जान

डीएफओ आरके सिंह ने बताया कि बाहदुर के परिवार को 10 लाख रुपए की आर्थिक मदद और बेटे को नौकरी देने को लेकर शासन स्तर पर रिपोर्ट भेज दी गई है.

अंतिम संस्कार की तस्वीर
author img

By

Published : Jun 24, 2019, 1:46 PM IST

रुद्रपुर: वन तस्करों की गोली का शिकार हुए वन कर्मी बहादुर का सोमवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. बहादुर की अंतिम यात्रा में वन विभाग के सभी अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे. मृतक के बड़े बेटे वीरेंद्र सिंह ने चिता को मुख्गानि दी.

पढ़ें- गुप्ता बंधुओं के बेटों की शादी के बाद औली में पसरा कूड़े का ढेर, हाइकोर्ट ने दिए जांच के आदेश

बहादुर की अंतिम यात्रा में नैनीताल और हल्द्वानी से डीएफओ, एसडीओ, वन क्षेत्राधिकारी समेत तमाम कर्मचारी मौजूद रहे. डीएफओ आरके सिंह ने बताया कि बाहदुर के परिवार को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और बेटे को नौकरी देने को लेकर शासन स्तर पर रिपोर्ट भेज दी गई है.

वनकर्मी बहादुर का राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

पढ़ें- उत्तराखंड में सभी फसलों का मिलेगा न्यूनतम समर्थन मूल्य, परंपरागत फसलों से मिलेगा फायदा

बता दें कि हल्द्वानी के कालाढूंगी से सटे बरहैनी रेंज में 21 जून की आधी रात को वन कर्मियों और वन तस्करों के बीच मुठभेड़ हुई थी. इस दौरान वन कर्मियों की तरफ से एक राउंड फायरिंग की गई थी, जबकि तस्करों की तरफ से आधा दर्जन राउंड फायरिंग की गई थी. इस मुठभेड़ में बीट वॉचर बहादुर और वन कर्मी महेंद्र सिंह को गोली लगी थी. जिसमें बहादुर की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि महेंद्र सिंह घायल हो गए. महेंद्र सिंह का इलाज हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में चल रहा है.

रुद्रपुर: वन तस्करों की गोली का शिकार हुए वन कर्मी बहादुर का सोमवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. बहादुर की अंतिम यात्रा में वन विभाग के सभी अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे. मृतक के बड़े बेटे वीरेंद्र सिंह ने चिता को मुख्गानि दी.

पढ़ें- गुप्ता बंधुओं के बेटों की शादी के बाद औली में पसरा कूड़े का ढेर, हाइकोर्ट ने दिए जांच के आदेश

बहादुर की अंतिम यात्रा में नैनीताल और हल्द्वानी से डीएफओ, एसडीओ, वन क्षेत्राधिकारी समेत तमाम कर्मचारी मौजूद रहे. डीएफओ आरके सिंह ने बताया कि बाहदुर के परिवार को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और बेटे को नौकरी देने को लेकर शासन स्तर पर रिपोर्ट भेज दी गई है.

वनकर्मी बहादुर का राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

पढ़ें- उत्तराखंड में सभी फसलों का मिलेगा न्यूनतम समर्थन मूल्य, परंपरागत फसलों से मिलेगा फायदा

बता दें कि हल्द्वानी के कालाढूंगी से सटे बरहैनी रेंज में 21 जून की आधी रात को वन कर्मियों और वन तस्करों के बीच मुठभेड़ हुई थी. इस दौरान वन कर्मियों की तरफ से एक राउंड फायरिंग की गई थी, जबकि तस्करों की तरफ से आधा दर्जन राउंड फायरिंग की गई थी. इस मुठभेड़ में बीट वॉचर बहादुर और वन कर्मी महेंद्र सिंह को गोली लगी थी. जिसमें बहादुर की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि महेंद्र सिंह घायल हो गए. महेंद्र सिंह का इलाज हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में चल रहा है.

Intro:एंकर - वन तस्करों ओर वन टीम की मुठभेड़ में हुई वन कर्मी की मौत के बाद वन विभाग के समस्त कर्मचारियों और अधिकारियों ने राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी । साथ मे वन शाहिद के परिजनों को आर्थिक सहायता और एक व्यक्ति को वन विभाग में नोकरी देने की बात कही।

Body:वीओ - जनपद उधम सिंह नगर के बरहैनी में वन शाहिद को वन विभाग में इस शब्द के साथ अंतिम विदाई दी, जब तक सूरज चांद रहेगा बहादुर तुम्हारा नाम रहेगा और साथ में बहादुर जिंदाबाद के नारे लगाए नैनीताल डिवीजन और हल्द्वानी डिवीजन से डीएफओ, एसडीओ , एसडीओ , वन क्षेत्र अधिकारी , वन क्षेत्राधिकारी नैनीताल सहित अन्य वन कर्मी मौजूद रहे। डीएफओ आरके सिंह ने बताया 1000000 का मुआवजा एवं बेटे की नौकरी को लेकर शासन स्तर पर रिपोर्ट भेज दी गई है।

बाईट - डीएफओ तराई वन क्षेत्र - ऐ के सिंहConclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.