खटीमा: गर्मी का सीजन शुरू होते ही जंगलों में वनाग्नि की घटनाएं बढ़ जाती हैं. इन्हें रोकने के लिए तराई पूर्वी वन प्रभाग की जौलासाल वन रेंज में तीन दिवसीय लंबी दूरी की पैदल स्मार्ट पेट्रोलिंग की जा रही है. जंगल में लंबी दूरी की गश्त में सितारगंज उप प्रभाग की जौलासाल, रनसाली व बाराकोली रेंज के वन कर्मी शामिल हैं. इस दौरान वनों से सटे आबादी क्षेत्र में वनाग्नि की रोकथाम के लिए जन जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है.
गौर हो कि जंगलों में आग की घटनाएं और मानव वन्यजीव संघर्ष रोकने के लिए वन कर्मियों ने कमर कस ली है. इसी कड़ी में लंबी दूरी की पैदल स्मार्ट पेट्रोलिंग की शुरुआत की गई है. तीन दिवसीय लंबी दूरी की इस गश्त का उप प्रभागीय वन अधिकारी सितारगंज संतोष पंत नेतृत्व कर रही हैं. जिसमें उप प्रभाग की जौलासाल, रनसाली व बाराकोली के वन कर्मी सम्मिलित हुए. गश्त के पहले दिन जौलासाल के समस्त अनुभागों से होते हुए दल रनसाली राजि के हंसपुर अनुभाग में पहुंचा.
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इस दौरान वन कर्मियों द्वारा सभी संवेदनशील क्षेत्रों में सघन चेकिंग व वनाग्नि रोकथाम हेतु कार्यक्रम आयोजित किया गया. गश्त के दौरान प्राप्त डाटा को M-STrIPES App में फीड किया जाएगा. जिससे भविष्य में क्षेत्र के संबंध में जानकारी आसानी से प्राप्त हो सके. साथ ही जैविक दबाव, मानव वन्यजीव संघर्ष की रोकथाम, भू संरक्षण की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों को चिन्हित किया जा रहा है. बता दें कि इन दिनों फायर सीजन चल रहा है और पूरे प्रदेश में वनाग्नि की घटनाएं देखने को मिलती हैं. जिसकी रोकथाम के लिए वन महकमा लगातार प्रयास कर रहा है.