खटीमाः भारतीय वन्यजीव संस्थान, जूलॉजिकल सोसायटी ऑफ लंदन और वन विभाग की ओर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को वन्यजीवों की सुरक्षा से संबंधित जानकारी दी गई. साथ ही वन्यजीव विशेषज्ञों ने कैमरा ट्रैपिंग की नई तकनीकों से अवगत कराया.
खटीमा वन विभाग के विश्राम गृह में आयोजित कार्यशाला में देहरादून के वन्यजीव विशेषज्ञ डॉ. खुर्शीद आलम खान ने खटीमा-सुरई और किलपुरा वन रेंज के वन कर्मियों को अहम जानकारी से रूबरू कराया. इस दौरान वन्यजीव-जंतुओं, पशुओं और पक्षियों की गणना करने के तरीकों का प्रशिक्षण दिया गया. साथ ही अन्य विशेषज्ञों ने कैमरा ट्रैपिंग की नई तकनीकों को सिखाया.
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वन्यजीव विशेषज्ञ अजय चौहान ने ग्लोबल पाइथन सिस्टम की जानकारी दी. वन कर्मियों को जीपीएस की मदद से जंगलों में गश्त करने के तरीकों को भी सिखाया गया. वहीं, ट्रेनिंग का शुभारंभ खटीमा उप प्रभागीय वन अधिकारी शिवराज चंद ने वन्य जंतु एवं वनों की सुरक्षा की जानकारियां देकर किया.
उन्होंने वन कर्मियों को बताया की पदचिन्ह के द्वारा जानवरों की गणना का तरीका पुराना हो गया है. अब कैमरा ट्रैपिंग और अन्य तरीकों से जानवरों की सटीक गणना की जा रही है. इसलिए वन कर्मियों को नई तकनीकों का ज्ञान जरूरी है.