खटीमा: नेपाल बॉर्डर से सटे सिसैया-बगुलिया और दमगड़ा सहित कई गांवों में शारदा सागर का पानी घुसने से कई परिवार पानी में डूब गए हैं. जिसके चलते ग्रामीणों को अपनी रोजमर्रा के सामान लाने के लिए नाव का प्रयोग करना पड़ा रहा है. वहीं उनकी गेहूं और गन्ने की 500 एकड़ फसल पानी में डूब कर बर्बाद हो गई है. लेकिन स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की सुध नहीं ले रहा है.
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पीड़ित ग्रामीणों का कहना है कि शारदा सागर डैम में पहाड़ों से बरसात की वजह से आ रहे पानी को रोके जाने से जहां गांवों में डैम का पानी घुस गया है. वहीं लगातार बह रहे पानी से खटीमा के 100 से अधिक परिवार पानी से घिर गए हैं. सीमांत क्षेत्र के कई गांवों में 100 से ज्यादा परिवार इस बाढ़ से प्रभावित हैं. उन्होंने कहा कि प्रशासन से उनकी मांग है कि शारदा सागर डैम के पानी की निकासी करवाकर उनके गांव में जल स्तर को कम किया जाए.
गौरतलब है कि सिसैया बगुलिया और दमगड़ा सहित कई गांव शारदा सागर डैम के डूब क्षेत्र में आते हैं और उत्तराखंड और यूपी के अधीन आने वाले शारदा सागर डैम के प्रबंधन का काम यूपी सिंचाई विभाग देखता है, जिसके चलते हर साल उत्तराखंड में बसे इन गांवों में जलभराव से लोग परेशान रहते हैं. वहीं यूपी सिंचाई विभाग के कर्मचारी का कहना है कि उच्च अधिकारियों को ग्रामीणों की शिकायत के बारे में बता दिया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि जल्द ही शारदा सागर डैम का पानी यूपी सिंचाई के लिए खोल दिया जाएगा. जिसके बाद से ग्रामीणों को राहत मिल जाएगी.