काशीपुरः पोस्टमॉर्टम करने पहुंचे राजकीय चिकित्सालय के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. राजीव चौहान व काशीपुर कोतवाली के वरिष्ठ उप निरीक्षक सतीश कापड़ी के बीच बहस हो गई. इस दौरान एक-दूसरे के ऊपर जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगाए गए. बहस इतनी बढ़ गई कि सरकारी चिकित्सक ने दरोगा को वर्दी का रौब न दिखाने की चेतावनी तक दे डाली.
दरअसल, काशीपुर के अलीगंज रोड पर आज सुबह पैगा पुलिस चौकी क्षेत्र में एक 35 वर्ष के युवक का शव मिला. मृतक की शिनाख्त उत्तर प्रदेश के जनपद मुरादाबाद के भगतपुर थाना क्षेत्र के निवासी संजीव पुत्र शिवचरन के रूप में हुई. संजीव पेशे से ट्रांसपोर्ट का काम करता था और काशीपुर के राजकीय चिकित्सालय में तैनात कर्मचारी का भाई भी था. पुलिस ने शव पर चोट का कोई निशान नहीं दर्शाते हुए शव का पंचनामा भरकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया.
जब काशीपुर राजकीय चिकित्सालय के चिकित्सक डॉ. राजीव चौहान मृतक का पोस्टमॉर्टम करने पहुंचे तो शव का निरीक्षण करने पर उन्हें पुलिस के पंचनामे में भिन्नता मिली. ये देखकर चिकित्सक का पारा सातवें आसमान पर जा पहुंचा. उन्होंने पोस्टमॉर्टम हाउस के बाहर खड़े काशीपुर कोतवाली के वरिष्ठ उप निरीक्षक सतीश कापड़ी व पुलिस कर्मियों को जमकर खरी-खोटी सुनानी शुरू कर दी. इस दौरान दोनों ही ओर से जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगाए गए.
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करीब एक घंटे तक पोस्टमॉर्टम हाउस के बाहर हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा. बाद में जब वरिष्ठ उप निरीक्षक सतीश कापड़ी से उक्त मामले में जानकारी ली गई तो उन्होंने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि वह विवाद शुरू होने के बाद आये. जबकि डॉ. राजीव चौहान ने कहा कि पुलिस द्वारा भरे जाने वाले मृतकों के पंचनामा में गड़बड़ी आम बात हो गई है. इस बाबत वह पूर्व में अपर पुलिस अधीक्षक से शिकायत भी कर चुके हैं.