ETV Bharat / state

भारी बारिश से बर्बाद हुई फसल, किसानों ने तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन

बेमौसम हुई बारिश होने से गदरपुर क्षेत्र की अधिकांश फसल को काफी नुकसान पहुंचा है. प्रशासन की ओर से कोई ध्यान न देने से नाराज होकर किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा.

crop damaged
किसानों ने तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन.
author img

By

Published : Jan 14, 2020, 11:01 PM IST

गदरपुर: शहर में भारी बारिश होने से खेतों में पानी भर चुका है. इससे क्षेत्र की अधिकांश फसल पूरी तरह चौपट हो गई हैं. प्रशासन की ओर से किसी भी तरह का आश्वासन न मिलने से किसानों ने नाराजगी जताई है. साथ ही कांग्रेस के युवा नेता मन्नू चौधरी के नेतृत्व में गदरपुर तहसील में बर्बाद हुई फसलों के मुआवजे की मांग करते हुए तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है.

किसानों ने तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन.

इस मौके पर कांग्रेस के मन्नू चौधरी ने कहा कि बेमौसम हुई बरसात से बर्बाद हुई फसलों की भरपाई के लिए पीएम फसल बीमा योजना पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है. उनका कहना है कि बर्बाद हुई फसल का मौका मुआयना कर शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी.

यह भी पढ़ें: उत्तराखंडः BJP प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव 16 जनवरी को, रेस में इन नेताओं का नाम

वहीं, पीड़ित किसानों का कहना है कि उन्हें योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. इस मामले में गदरपुर तहसीलदार भुवन चंद्र ने कहा कि बीमा कंपनियों के नियमों के बारे में उनको जानकारी नहीं है. आपदा की मद में यदि किसानों को कोई राहत मिल सकती है, तो वह उन्हें हरसंभव मदद पहुंचाने का प्रयास करेंगे.

गदरपुर: शहर में भारी बारिश होने से खेतों में पानी भर चुका है. इससे क्षेत्र की अधिकांश फसल पूरी तरह चौपट हो गई हैं. प्रशासन की ओर से किसी भी तरह का आश्वासन न मिलने से किसानों ने नाराजगी जताई है. साथ ही कांग्रेस के युवा नेता मन्नू चौधरी के नेतृत्व में गदरपुर तहसील में बर्बाद हुई फसलों के मुआवजे की मांग करते हुए तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है.

किसानों ने तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन.

इस मौके पर कांग्रेस के मन्नू चौधरी ने कहा कि बेमौसम हुई बरसात से बर्बाद हुई फसलों की भरपाई के लिए पीएम फसल बीमा योजना पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है. उनका कहना है कि बर्बाद हुई फसल का मौका मुआयना कर शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी.

यह भी पढ़ें: उत्तराखंडः BJP प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव 16 जनवरी को, रेस में इन नेताओं का नाम

वहीं, पीड़ित किसानों का कहना है कि उन्हें योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. इस मामले में गदरपुर तहसीलदार भुवन चंद्र ने कहा कि बीमा कंपनियों के नियमों के बारे में उनको जानकारी नहीं है. आपदा की मद में यदि किसानों को कोई राहत मिल सकती है, तो वह उन्हें हरसंभव मदद पहुंचाने का प्रयास करेंगे.

Intro:रेडी टू पैकेज
Summry - गदरपुर के किसानों ने तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
एंकर - बेमौसम बरसात होने से कदरपुर क्षेत्र का अधिकांश फसल पूरी तरह से नुकसान हो गया लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ध्यान ना देने से नाराज होगा किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपाBody:बेमौसम बरसात होने से खेत में पानी भर जाने के कारण गदरपुर क्षेत्र के अधिकांश फसल पूरी तरह चौपट होने चाहे वह मटर की हो या जो कि या सरसों की फसल लेकिन प्रशासन की ओर से किसी भी तरह की कोई वापस आना मिलने से नाराज होकर किसानों ने कांग्रेस के युवा नेता मन्नू चौधरी के नेतृत्व में गदरपुर तहसील पहुंचकर बेमौसम बरसात से बर्बाद हुई फसलों की बीमा के मुआवजे की मांग करते हुए तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा

आपको बताते चलें कि बेमौसम बरसात के वजह से फसल पूरी बर्बाद हो गई और प्रशासन की ओर से किसी प्रकार का कोई ध्यान या कोई मदद ना मिलने से नाराज होकर किसानों ने यूथ कांग्रेस नेता मन्नू चौधरी के नेतृत्व में गदरपुर तहसील पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा
इस दौरान कांग्रेस के युवा नेता मन में चौधरी ने कहा कि बेमौसम हुई बरसात से हुई फसलों के नुकसान हुई है और उस नुकसान के भरपाई के लिए प्रशासन द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के नाम से जो पैसा काटा जाता है उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है प्रशासन कुंभकरण की नींद सोई हुई है और प्रशासन को जगाने के लिए आज यूथ कांग्रेस की तरफ से किसानों को लेकर किसान भाइयों के मुआवजे के लिए आज हमने किसानों को लेकर गदरपुर तहसील पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा और कहा कि हम लोग चाहते हैं कि पटवारी और बीमा कंपनी के जो कर्मचारी है वह क्षेत्र में जाए और जो फसल नुकसान हुआ है उसका पूरा मुआयना करें और शासन को उसकी पूरी रिपोर्ट भेजें और किसानों को जो उचित लाभ मिल सके वह देने की कृपा करें यह जो बीमा है आपका धरोहर नहीं है यह हमारा हक है हम अपना हक मांग रहे हैं और कहा कि जब आप हमारे खाते से जबरन पैसा काट सकते हैं हम से जबरन वसूली कर सकते हैं जब हमारा वक्त आता है आप पीछे हट जाते हैं और नए नए नियम कानून दिखाकर यह नियम होगा तब बीमा होगा और कहां की बीमा कंपनियों के नियम के अनुसार क्षेत्र के 80% फसल बर्बाद होने पर ही क्लेम दिया जा सकता है जबकि एक ही किसान से दो तरह की बीमा प्रीमियम वसूला जाता है बीमा कंपनियों की नियम के अनुसार किसान अपने पड़ोसी का खेत बर्बाद होने की दुआ करें तब उनको बीमा मिल सकता है जो कि गलत है और अन्यायपूर्ण है
तो वहीं एक पीड़ित किसान ने कहा कि उनकी फसलें बर्बाद हो चुकी है बे गदरपुर के छोटे से किसान हैं और कहा कि मेरे खेत में अब कोई फसल नहीं हो पा रही है और आगामी गर्मियों के सीजन का धान भी सरकार लगाने के लिए मना कर रही है अगर इस तरह सब चलता रहा तो किसान बर्बाद हो जाएंगे
तो वही गदरपुर तहसीलदार इस पर अपना पल्ला झाड़ते नजर आए तहसीलदार भुवन चंद्र ने कहा कि बीमा कंपनियों के नियमों के बारे में उनको ज्यादा जानकारी नहीं है आपदा के तहत यदि कोई राहत किसानों को मिल सकती है तो वह अपने कार्यालय के स्तर से उपलब्ध करा सकते हैंConclusion:वाइट - पीड़ित किसान

वाइट - मनु चौधरी युवा कांग्रेस नेता

वाइट - भुवन चंद्र तहसीलदार गदरपुर
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.