काशीपुर: जिले के सरकारी अस्पताल में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही के चलते एक दूधमुंही बच्ची की मां की मौत हो गई. महिला की मौत के बाद पूरा परिवार शोक में डूबा हुआ है. बता दें कि एक महिला पेट के दर्द से कराह रही थी. दर्द के चलते परिवार वालों ने पास के एक अस्पताल में उसे दिखाया. लेकिन पेट का दर्द सही न होने पर महिला अपने परिजनों के साथ एलटी भट्ट राजकीय अस्पताल पहुंची. सुबह से शाम तक परिजन डॉक्टरों से इलाज के लिए गुहार लगाते रहें लेकिन किसी ने एक न सुनी.
नईम दिल्ली में रहकर बढ़ई का कार्य करता है. जबकि उसकी मां शकीला उसकी पत्नी साहिदा, तीन माह की दुधमुहीं बच्ची व छोटे भाई फईम के साथ काशीपुर के रामनगर रोड स्थित कचनाल गाजी में रहती हैं. महिला के देवर फईम का आरोप है कि उसने डॉक्टर के घर पर पहुंचकर भाभी को देखने का निवेदन किया. लेकिन डॉक्टर ने एक न सुनी. इस दौरान जब वह वापस भाभी के पास लौटा तो इमरजेंसी के डॉक्टर राजीव चौहान ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. मौत की खबर सुनकर परिजन हैरान हो गए. परिजनों में अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए.
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वहीं वहां किसी अन्य कार्य के लिए पहुंचे कोतवाल चंद्र मोहन सिंह ने मानवता का परिचय देते हुए परिजनों को पोस्टमार्टम की सलाह दी. परंतु परिजन बिना पोस्टमार्टम कराएं महिला का शव लेकर चले गए. अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बीके टम्टा ने मामले में लापरवाही की बात को नकारा है.